मरदह।आर्दश ग्राम सभा मरदह के अरमानो पर पानी फेर रहे यहाँ पर तैनात सफाई कर्मचारी।गांव में दो वर्षों बाद विभाग ने तीन कर्मचारी को तैनात किए परन्तु वह सिर्फ ग्राम प्रधान व एडीओ पंचायत कार्यालय का चक्कर लगा रफूचक्कर हो जा रहे।
ग्राम सभा में किसी भी वार्ड कि सफाई वर्षों से नहीं हुई ।सबसे दयनीय स्थिति मरदह- कासीमाबाद रोड पर दलित बस्ती के सामने मुख्य बाजार का है।जहां नाले का पानी वर्षो सड़क पर बह रहा है।तथा गंदा पानी बाजार वासियों के घर में पहुँच गया है।जिससे संक्रामक रोग फैलने की आशंका ग्रामीण में व्याप्त है ।सड़क पर पानी बहने के कारण राह चलना हुआ मुश्किल विषैले दुर्गंध में जन जीवन परेशान फिर भी कोई सूध लेने वाला नहीं प्रतिदिन इस सड़क से ही हजारों कि संख्या में लोग आते जाते हैं।जो मरदह ग्राम को कोशते नजर आ रहे हैं फिर भी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों के उदासीनता का दंश झेल रहा है मरदह ग्राम सभा।केन्द्र व प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन योजना का मरदह विकासखंड में कोई असर नहीं हुआ। न ही बीडीओ,एडीओ,सचिव सब के नजर के सामने सब फीका है।इस बात को लेकर स्थानीय लोगों ने गंभीरता से महीनों पहले मुद्दा उठाया और खण्ड विकास अधिकारी व एडीओ पंचायत को बार बार ज्ञापन सौंप कर्मचारी तैनाती व नाली नाले की सफाई की मांग कि लेकिन फिर विभाग नहीं चेता तो। बाजार में अधिंकाश जगहों पर नाली के उपर दुकानदारों का अवैध कब्जा और अतिक्रमण लगा होने के कारण कई जगह सफाई नहीं हुई ।जहां पूरी तरह से ध्वस्त पड़ी नाली अतिक्रमण का शिकार हो गयी जिसका वर्षो से गंदा पानी सड़क पर बह रहा था जिससे राह चलना दुश्वार हो जाता है।बाजार निवासी केदार मौर्य,दुर्गाप्रसाद मौर्य,शशी विश्वकर्मा,पप्पू वर्नवाल,पूर्व ग्राम प्रधान रामजी गुप्ता,चुन्नीलाल जायसवाल,अशोक सिंह, कहा कि नाली की वर्षो से सफाई नही होने के कारण अब तो यह पानी हम लोगों के घरों में घुस गया है जिससे विषैले दुर्गंध निकलने के साथ ही संक्रामक रोग फैलने की आशंका हो रही।समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो हम आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे।