जमानियां। परिवार नियोजन से नागरिकों का भरोसा उठता जा रहा है। दो बच्चों के बाद कराई नसबंदी फेल हो गयी और महिला को गर्भ ठहर गया। ऐसे में वह तीसरे बच्चे को लेकर काफी बेचैन है। अब वह अधिकारियों के यहां सहायता धनराशि के लिए चक्कर लगा रही है।
नसबंदी के बाद गर्भ ठहरने की समस्या से परेशान है स्थानीय थाना क्षेत्र के तियरी गांव निवासी संतोष सिंह की पत्नी प्रियंका। एक पुत्र और पुत्री के बाद दम्पति ने नसबंदी कराने का निर्णय लिया और नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रियंका ने 22 फरवरी 2015 को अपनी नसबंदी कराई। नसबंदी के बाद दम्पति संतान नहीं होने से निश्चित हो गये, लेकिन उसे क्या पता था इसके बाद भी गर्भ ठहर जाएगा। संतोष ने बताया कि उसका एक पुत्र एक पुत्री पहले से हैं। नसबंदी के करीब एक वर्ष के अंदर ही गर्भ ठहर गया। जिसकी सूचना भी पीएचसी पर दी गयी और 31 अप्रैल 2017 को महिला ने पुत्री को जन्म दिया। जिसके बाद से शिकायती पत्र लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चक्कर काट रहे है। परिवार की आर्थिक ऐसी नहीं है, वह तीसरे बच्चे का भरण-पोषण ठीक से नही कर सकते। एक बीघा जमीन के मालिक पति मजदूरी कर परिवार का पेट भरते हैं। प्रियंका ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र कार्यालय पर दावा भी किया गया है लेकिन आज तक स्वास्थ्य विभाग से कोई धनराशि नही दी गयी है। जिससे क्षुब्ध होकर मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से आवेदन संख्या 40019519006351 पर सोमवार को गुहार लगाई गयी है। इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डां अनिल कुमार रतनेश ने बताया कि एक प्रतिशत नसबंदी में ऐसे चांस रहते हैं, इस महिला के साथ भी ऐसा हुआ है। यह मामला संज्ञान में है। अग्रीम कार्यवाही हेतू प्रेषित किया गया है। धनराशि प्राप्त होते ही महिला के खाते में 30 हजार रुपये की राशि प्रदान कर दी जाएगी।