मातृत्व अभियान के तहत प्रसव पूर्व महिलाओं की हुई जांच

मातृत्व अभियान के तहत प्रसव पूर्व महिलाओं की हुई जांच

गाजीपुर। गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जनपद के स्वास्थ्य केंद्र जमानिया, मोहम्मदाबाद, देवकली, कासिमाबाद ,मनिहारी ,मरदह और सदर के साथ सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविर आयोजित हुआ। इस दौरान गर्भवती महिलाओं की जांच की गयी और उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें प्रतिमाह जांच पर रखा गया।

स्वास्थ्य केंद्र जमानिया में तैनात ब्लाक प्रोसेस मैनेजर (बीपीएम) आसिफ जमाल ने बताया कि यहां पर 88 गर्भवती महिलाओं की जांच की गयी जिसमें दो एचआरपी महिलाएं डॉ मनीषा सिंह के द्वारा चिन्हित की गईं। स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद में डॉ चंदा सिंह के द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच की गई यहां कुल 59 महिलाओं की जांच और चेकअप हुआ जिसमें 9 एचआरपी महिलाएं मिली। स्वास्थ्य केंद्र देवकली में डॉ शालिनी भास्कर और डॉ सादिया परवीन के द्वारा 84 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई जिसमें दो एचआरपी महिलाएं मिली। स्वास्थ्य केंद्र कासिमाबाद जहां पर डॉ राजेश कुमार यादव के द्वारा 40 गर्भवती महिलाओं की जांच हुई लेकिन कोई एचआरपी महिला नहीं चिन्हित हुई। स्वास्थ्य केंद्र मनिहारी के बीपीएम धीरज ने बताया कि यहां पर डॉ धर्मेंद्र के द्वारा 56 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई जिसमें 4 एचआरपी महिलाएं मिली। बीपीएम मरदह प्रेम प्रकाश ने बताया कि यहां पर कुल 68 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई जिसमें 5 एचआरपी महिलाएं चिन्हित की गई ।बीपीएम सदर सुरेंद्र यादव ने बताया कि उनके केंद्र पर 92 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई जिसमें से 15 एचआरपी महिलाएं चयनित हुई।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के के वर्मा ने बताया जिन महिलाओं में 7 ग्राम से कम हिमोग्लोबिन पाया जाता है उन्हें एचआरपी की श्रेणी में रखा जाता है जिसके लिए प्रतिमाह जांच पर रखा जाता है जिसके लिए क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं को इनके यहां 15 दिन या एक माह पर विजिट करने का निर्देश दिया गया है । इन महिलाओं को जांच के साथ ही डिलीवरी हेतु जिला अस्पताल ले जाने की व्यवस्था भी की जाती है

इस योजना से इलाज में होगी आसानी

इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की सभी प्रकार की डॉक्टरी जांच पूरी तरह से मुफ्त होती है। महिलाओं के टेस्ट चिकित्सा केन्द्रों, सरकारी अस्पतालों में किए जाएंगे। महिलाओं को उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के आधार पर चिह्नित किया जाता है जिससे इलाज में आसानी होगी। मुफ्त डिलीवरी के बाद बच्चे का सभी तरह का टीकाकरण, उसका चेकअप भी मुफ्त होगा। पंजीकरण के बाद महिला डॉक्टर महिला की एनीमिया, गर्भावधि, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, संक्रमण, खून-पेशाब, शुगर की जांच कर रिपोर्ट बनाएगी। इसी के आधार पर जरूरी दवाएं नि:शुल्क दी जाएंगी। महिला को अस्पताल प्रबंधन एक कार्ड देगा, जिसे दिखाकर वह हर महीने की 9 तारीख को अपना चेकअप करा सकेगी। किसी महिला का केस जोखिम वाला होने की स्थिति में उसे किसी बड़े अस्पताल रेफर कर उच्च सुविधाएं दी जाती हैं।