वैदिक मंत्रों के बीच हुआ हवन-पूजन

वैदिक मंत्रों के बीच हुआ हवन-पूजन

मरदह।क्षेत्र के मटेहू भटवना गांव में रविवार को मौर्य बंधुओं ने काशीदास बाबा का पूजन-अर्चन किया।प्रसिद्ध पंथी श्रीराम यादव ने वैदिक मंत्रों के बीच हवन किया।दहकते आग पर खौलते खीर से स्नान कर भीड़ को आश्चर्य चकित कर दिया।

इस मौके पर पंथी श्रीराम यादव ने कहा कि पूजन अर्चन से आत्मा की शुद्धि होती है।उन्होंने कहा कि काशीदास बाबा पूजा अपभ्रंश शब्द है।वास्तव में यह गोवर्धन पूजा है। श्रीमद्भागवत पुराण में गोवर्धन पूजा का बड़े ही विस्तार में चर्चा की गई है।पंथी ने बताया कि मान्यता है कि कृष्णा अवतार में गोकुल में देवताओं के राजा इंद्र को प्रसन्न करने के लिए एक विशेष पूजा द्वारा की जाती थी।इसका कृष्ण ने विरोध कर बंद करा दिया। इसके उपरांत उन्होंने वनसती की पूजा प्रारंभ की जो कालांतर में काशीनाथ बाबा के नाम से पूजा आज तक चली आ रही है।वन सती के पुजारी ही इस पूजा को कराते हैं, जिन्हें पंथी कहते हैं। यह पूजा वर्षा,पशु के निरोग, लोक कल्याण एवं सामाजिक समरसता हेतु की जाती है।सभी जय श्रीकृष्ण एवं वन सती का जयकारा लगा रहे थे।गांव के लोगो ने पंथी श्री राम यादव को माल्यार्पण कर स्वागत किया।इस मौके पर टंकू मौर्य ,चन्दिका मौर्य,श्याम मौर्य,जोहन मौर्य, अनिल,राजेश,दीपक आदि लोग उपस्थित रहे।