जमानियां। सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण स्थानीय तहसील के किसान परेशान है। किसानों के सामने रबी की बुवाई के लिए उर्वरक की खरीद तथा धान की बिक्री की समस्या है। कर्मचारियों के हड़ताल के कारण समितियों में ताला बंद है। जिससे किसान दर दर की ठोकरे खा रहे है।
क्षेत्र में साधन सहकारी समिति के कर्मचारियों की हड़ताल 01 नवंबर से चल रही है। प्रदेश कार्य कारिणी के आवाह्न पर स्थानीय तहसील के ढढनी, बेटाबर, देवरिया, मतसा, तियरी, बघरी, नरियांव, भतैारा, मनियां, गोडसरा, देवल, चितरकोनी, दिलदारनगर पूरा आदि साधन सहकारी समितियों में ताला बंद चल रहा है। समितियों में ताला बंदी का सीधा असर किसानों पर है। किसान अपनी फसल की बुवाई के लिए खाद की खरीद नहीं कर पा रहा है। बाजार से अधिक दाम देकर खाद, बीज आदि खरीद रहा है। शासन द्वारा कई समितियों को धान का क्रय क्रेन्द्र बनाया गया है। तालाबंदी से किसान अपना धान नहीं बेंच पा रहा है। इससे किसानों को भारी परेशानी हो रही है। किसान नंद लाल बिन्द, रामाश्रय तिवारी, केश नाथ यादव, हरेन्द्र यादव, मेनेजर शर्मा, राम पूजन राम आदि का कहना है कि साधन सहकारी समिति पर खाद न मिलने से खेती करने में परेशानी हो रही है और उंचे दामाें बाजार से खाद खरीदना पड़ रहा है। वही किसानों का कहना है कि क्रय केंद्र भी बंद पड़े है जिससे धान की बिक्री भी नहीं हो पा रही है और खेत में तैयार धान पड़ा हुआ है।