गाजीपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 15 फरवरी से 1 मार्च तक चलाए जा रहे परिवार नियोजन पखवाड़ा के तहत आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सारथी वाहन को परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉक्टर के. के. वर्मा और एसीएमओ डॉ. आर. के. सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर पखवाड़े से जुड़ी आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
यह सारथी वाहन परिवार नियोजन का संदेश और उससे होने वाले लाभ के बारे में जनपद के प्रत्येक ब्लॉक और 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बताएगी| इसके साथ ही जिले के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उसके अधीन आने वाले समस्त नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ ही मुख्य मार्ग से जुड़े हुए उपकेंद्र पर जाकर पोस्टर एवं पैम्फलेट के माध्यम से जागरुक करेगी| सारथी वाहन के माध्यम से ऑडियो द्वारा प्रचार-प्रसार कर परिवार नियोजन से संबंधित अंतरा, छाया और कॉपर-टी, महिला एवं पुरुष नसबंदी और कंडोम आदि के लाभ और उसके उपयोग के बारे में जागरूकता लाने हेतु कार्य भी किया जायेगा।
15 फरवरी से 1 मार्च तक चलने वाले इस परिवार नियोजन पखवाड़े के अंतर्गत जिले में अब तक 300 महिलाओं की नसबंदी के साथ ही 176 अंतरा इंजेक्शन और 67 कॉपर-टी की सेवा दी जा चुकी है।
नोडल अधिकारी डॉक्टर के. के. वर्मा ने बताया कि इस पखवाड़े के अंतर्गत अभी तक 300 महिलाओं की नसबंदी और अन्य सुविधाओं से विशेष परिवार नियोजन पखवाडा कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किया गया है। महिला नसबंदी के मामले में प्रथम स्थान पर मोहम्मदाबाद ब्लॉक, द्वितीय स्थान पर मनिहारी ब्लॉक के साथ ही जमानिया, भदौरा, बाराचवर, जखनिया, सैदपुर, देवकली, मरदह पर हैं जबकि जिला महिला चिकित्सालय का महिला नसबंदी की सुविधा प्रदान कराने में महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने बताया कि मिशन परिवार विकास के अंतर्गत आने वाले गाज़ीपुर जिले में पुरुष नसबंदी के लिए लाभार्थी को ₹3000 और महिला नसबंदी के लिए ₹2000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी| यह आर्थिक लाभ उनके खाते में सीधे विभाग के द्वारा ट्रांसफर किया जाएगा जिसके लिए लाभार्थी को अपना आधार और पासबुक की छायाप्रति देना होगा| इसके अलावा महिला प्रसव के पश्चात कॉपर टी लगाने पर ₹300 का लाभ और नया अंतरा इंजेक्शन जो त्रैमासिक गर्भनिरोधक है, उसे लगवाने पर ₹100 का लाभार्थी को आर्थिक लाभ दिया जाता है।