ग़ाज़ीपुर। सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन की स्थायी व अस्थायी विधियों एवं अनेकों गतिविधियों का प्रचार-प्रसार लोगों के बीच किया जाता है ताकि जनसंख्या वृद्धि पर लगाम लगाई जा सके। इसी के तहत बीते दिवस जिले के जखनिया स्वास्थ्य केंद्र और मोहम्दाबाद स्वास्थ्य केंद्र पर महिला नसबंदी का विशेष शिविर का आयोजन किया गया था।
इस शिविर में कुल 12 महिलाओं ने स्थायी विधि नसबंदी को अपनाया। इस मौके पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ॰ आरपी सिंह ने समीक्षा की।परिवार नियोजन के तकनीकी सलाहकार तबरेज ने बताया कि जखनिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगाए गए शिविर में कुल 13 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था जिसमें 12 महिलाओं की नसबंदी की गयी। उन्होंने बताया कि इस शिविर में महिलाओं को लेकर आने वाली आशा बहुओं को इस योजना के बारे में गांव-गांव तक पहुंचाने का निर्देश भी दिया गया है।
परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ॰ के॰के॰ वर्मा ने बताया कि परिवार नियोजन की अस्थायी विधियों में कॉपरटी, अंतरा और छाया गोली भी है। वहीं अंतरा इंजेक्शन लगवाने वाले लाभार्थी को सौ रुपये और आशा कार्यकर्ता को सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। जिले में पिछले वर्ष शुरू की गई “अंतरा” इंजेक्शन का लाभ 6,524 महिलाओं ने उठाया और 1,350 महिलाओं ने “छाया” गर्भ निरोधक गोली का लाभ लिया।उन्होने बताया कि परिवार नियोजन के स्थायी विधियों में सामान्य महिला नसबंदी पर 2,000 रुपये और प्रसव के बाद महिला नसबंदी पर 3,000 रुपये का विभाग के द्वारा सहायता दी जाती है। वहीं पुरुष नसबंदी पर 3,000 रुपये की सहायता राशि दी जाती है। इसके साथ ही सामान्य नसबंदी करवाने पर आशा कार्यकर्ता को 300 रुपये और प्रसव के बाद नसबंदी कराने पर 400 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।