नम आंखों से शहीद को दी गयी आखिरी विदाई

नम आंखों से शहीद को दी गयी आखिरी विदाई

जमानिया। क्षेत्र के जीवपुर गांव निवासी सेना के जवान 22 वर्षीय विजय यादव पुत्र कृष्‍ण मुरारी यादव का करेंट लगने से मौत के बाद बुधवार की दोपहर करीब 2 बजे मृत सैनिक का तिरंगे में लिपटा शव गांव पहुंचा, तो परिजनों का करुण क्रंदन सुन कर हर आंख नम हो गई। सेना के जवानों ने सशस्त्र सलामी दी और अधिकारियों, परिजनों, गांव के हजारों लोगों ने पुष्पचक्र, पुष्‍प, माला अर्पित किए।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार विजय सेना में अरूणाचल प्रदेश के तवांग जनपद में 71 इंफेंट्री डिविजन सिगनल रेजिमेंट में सिगनलमैन पद पर कार्यरत थे। ड्यूटी के दौरान टेलिफान लाइन को ठिक करने समय बिजली का करेंट लगने से उनकी मौत हो गयी। क्षेत्र के लोगों को बुधवार को जैसे ही सूचना मिली कि विजय यादव का शव वाराणसी पहुंच चुका है तो सैकड़ों दो पहिया और चार पहिया वाहन उन्‍हें लेने के लिए वाराणसी पहुंच गये। जिसके बाद 39 जीटीसी के कैप्‍टन फिन्‍नी पी स्‍ण्‍डुब और सेना के जवानों के साथ वन्‍दे मातरम के जयकारे के साथ उन्‍हें उनके पैतृक आवास लाया गया। उनके वाहन के आगे उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य एवं कोतवाल दिलीप कुमार सिंह ने स्‍कोट किया। गांव में उनके आवास पर शहीद का शव रखा गया जहां माता कमला देवी और पिता कृष्‍ण मुरारी यादव, बडे पुत्र बलवीर सिंह अन्‍य सगे संबंधितयों को उनका दर्शन कराया गया। जिसके बाद सेना के जवानों ने मेजर जनरल अनील दिवेदी, लफ्टीनेंट जनरल राजेश राना, लेफ्टीनेंट जनरल अभय कृष्‍णा आदि के पुष्‍प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उपजिलाधिकारी सहित तहसील स्‍तर के विभिन्‍न अधिकारीयों कर्मचारियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किये। जिसके बाद गार्ड आफ ऑनर की सलामी सेना व स्‍थानी पुलिस कर्मियों ने दी। सैकडों ग्रामीणों ने शहीद का अंतिम दर्शन किया । सेना के जवानो के नेतृत्‍व में जीवपुर के गंगा घाट ले जाया गया और गंगा घाट पर फिर शहीद को अंतिम सलामी दी गयी। शहीद को मुखाग्‍नी पिता कृष्‍ण मुरारी ने दी। शहीद विजय यादव ने 22 अप्रैल 2017 को सेना के सिग्‍नल रेजिमेंट में भर्ती हुए और 22 अप्रैल 2019 को उनको शहादत हासिल हुई। जब उन्‍हें शहादत हासिल हुई तो उनकी उम्र भी करीब 22 वर्ष रही। इस 22 के संयोग को जिसने भी सुना वह अवाक रह गया। इस अवसर पर पूर्व सांसद ओम प्रकाश सिंह, सीओं कूलभूषण ओझा, तहसीलदार आलोक कुमार, बीडीओं हरिनरायण राम, कोतवाल दिलीप कुमार सिंह, उपनिरिक्षक देवेन्‍द्र सिंह, जिला पंचायत सदस्‍य बसंत यादव, प्रधान मिठाई लाल यादव, रमाशंकर यादव, दयाराम यादव, बेचन, मुरलीधर, सुर्यनाथ, संतोष, कृपा शंकर, कृपाल, मेवा लाल, सुनील सिंह आदि हजारो लोग मौजूद रहे।

बोले सुबेदार
सुबेदार आरके यादव ने बताया कि विजय यादव अपने दो अन्‍य जवानो के साथ टेलिफोन लाईन का मैन्‍टेनेश कार्य कर रहे थे। इसी दौरान अज्ञात कारणों से हाई वोल्‍टेज करेंट तीनों जवानों को लगा और तीनों मौके पर अचैत हो गये। जिसमें से एक जवान को कुछ देर बाद होश आया और उसे रेजिमेंट को घटना की सूचना दी। मौके पर रेस्‍क्‍यू टीम पहुंची तो विजय यादव मृत पाये गये वही एक जवान अभी भी आईसीयू में एडमीट है। एक जवान का इलाज चल रहा है।

लगा रहा शहीद को देने के लिए लोगो की भीड
शहीद का शव जैसे ही गांव में पहुंचा तो हजारों की संख्‍या में ग्रामीणों ने शहीद का जयकारा लगा स्‍वागत किया। सुबह से ही घर के आस पास हजारो लोग मौजूद रहे।

22 का संयोग भी अजीब रहा विजय यादव का

परिवार की मांग
पिता का कहना है कि एक पुत्र देश के नाम पर शहीद हो गया। उन्‍होंने अपने दूसरे पुत्र को भी सेना में भेजने की इच्‍छा जतायी। वही उन्‍होंने गांव के मुख्‍य सडक को दुरूस्‍त कराने और पुत्र स्‍व विजय यादव के नाम का गांव में गेट अथवा पार्क बनाने की मांग की। जमानियां- धरम्‍मरपुर पर नव निर्मित सेतू का नाम शहीद विजय यादव के नाम पर रखे जाने की मांग की।