ताडीघाट -दिलदारनगर ब्रांच लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन का सफल ट्रायल

ताडीघाट -दिलदारनगर ब्रांच लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन का सफल ट्रायल

सुहवल। आखिरकार दिलदारनगर ताडीघाट ब्रांच लाइन पर विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद आज अपराह्न विभागीय आलाधिकारियों के द्वारा हरी झंडी देने के बाद इस रूट पर इलेक्ट्रानिक ट्रेन दौडाने के लिए सफल ट्रायल इलेक्ट्रिक इंजन नंम्बर (32465 Wag 9 ) को दिलदारनगर जंक्शन से पायलट बडो कुमार जिनके साथ एई टीआरडी बक्सर ललितेश्वर सहित आरपीएफ सुरक्षा संग 30 की रफ्तार से करीब 2 बजकर 52 मिनट पर चला जो ताडीघाट करीब 3 बजकर 45 मिनट पर पहुंचा, इलेक्ट्रिक इंजन चलने की जानकारी होते ही लोगों में हर्ष व्याप्त हो गया ।

, इस ट्रायल के साथ रेलवे के इलेक्ट्रानिक विभाग के अधिकारी जगह-जगह ओएचई वायर (ओवर हेड इक्विपमेंट वायर का निरीक्षण किया सबकुछ सही पाए जाने पर इंजीनियरों ने राहत की सांस ली ।इसके उपरांत अब इलेक्ट्रिक ट्रेन दौडाने का भी रास्ता साफ हो गया ।इसकी पूरी रिपोर्ट संम्बन्धित इलेक्ट्रिक विभाग के इंजीनियरों ने हाजीपुर जोन कार्यालय को भेंज दी है ।
मालूम हो कि इस रूट पर विद्युतीकरण का काम पिछले कई दिनों पहले पूरा होने एवं ओएचई वायर को चार्ज कर इलेक्ट्रिक ट्रेन के संचालन से पहले इसके ट्रायल की हरी के लिए रिपोर्ट प्रेषित दी थी, जिसकी अनुमति आलाधिकारियों ने सोमवार की देर शाम को हरी झंडी दे दी । मालूम हो कि करीब सैकडों वर्ष पहले ब्रितानी हुकूमत ने अपने शासन काल में व्यापार की दृष्टिगत इन ब्रांच लाइन का निर्माण करने के साथ ही ताडीघाट रेलवे स्टेशन का निर्माण किया था, उस समय छोटी लाइन जिसपर कोयला संचालित इंजन के सहारे ट्रेन का संचालन किया जाता रहा बाद रेलवे ने इसके बडे लाइन में परिवर्तित कर इसपर डीजल चालित इंजन तीन बोगी के सहारे ट्रेन का संचालन किया जाने लगा, इसके उपरांत पूर्व केन्द्रीय रेल राज्य संचार मंत्री स्वतंत्र प्रभार मनोज सिन्हा की पहल पर पांच बोगी उसके बाद आठ बोगियों वाली डीजल चालित दो इंजन युक्त ट्रेन का संचालन यात्रियों की सुविधाओं को लेकर शुरू किया गया ।
चूंकी 51 किमी ताडीघाट -मऊ रेल खंड के विस्तारिकरण को लेकर इस रूट को पूर्वोत्तर रेलवे से जोडना है इस उद्देश्य से पिछले दिनों इस रूट के लिए करीब 18 करोड़ रूपये मंजूर किए गये जिसमें से करीब 6 करोड़ की लागत से विद्युतीकरण के साथ ही अन्य शेष धनराशि से रेल पटरी रिमाडलिग सहित नया रेल लाइन, प्लेटफार्म सुंदरीकरण एवं अन्य विभागीय कार्य हेतु, जिसमें विद्युतीकरण का पूरा हो चुका है जबकि अन्य कार्य जारी है ।वहीं अब लोगों ने इलेक्ट्रिक इंजन के सफल ट्रायल के बाद कहा कि इसके संचालन से लोगों के समय में काफी बचत होने के साथ ही समय से अपने गन्तव्य को पहुँच सकेगें । इस मामलें में
एई टी आर डी बक्सर ललितेश्वर ने बताया कि इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन दौडाने का रास्ता साफ हो गया है, इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल आज सफल रहा ,जिसके बाद पूरी रिपोर्ट संम्बन्धित अधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है ।