कंदवा(चन्दौली)।अमड़ा विद्युत उपकेन्द्र से जुड़े गांवों की बिजली व्यवस्था विगत एक माह से चरमरा गई है।इससे उपभोक्ताओं को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी समस्या का निदान नही हो पा रहा है। बिजली के अभाव में बिजली पर आधारित व्यवसायियों का व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है।
गौरतलब है कि अमड़ा विद्युत उपकेन्द्र से संचालित असना,ककरैत,ररुआ, जेवरिया,धीना और विश्वबैंक फीडर संचालित होते हैं ।इससे नरवन के 120 गांवों के साथ साथ 70 राजकीय नलकूपों और दर्जनों मोबाईल टावरों के साथ साथ बिजली पर आधारित व्यवसाय के लिए निजी संस्थानों को विद्युत आपूर्ति की जाती है।बीते एक माह से दिन में बिजली की अनियमित आपूर्ति और कटौती से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।दिन में मात्र तीन से चार घण्टे ही बिजली मिल पा रही है।बिजली की अनियमित आपूर्ति और कटौती होने से बिजली पर आधारित व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हो रहा है ।शिकायत के बाद भी बिजली की अनियमित आपूर्ति व कटौती से लोगों को छुटकारा नही मिल पा रहा है।बतादें कि अमड़ा विद्युत उपकेंद्र को गाजीपुर जनपद के जमानिया से बिजली आपूर्ति की जाती है।क्षेत्र के रविकांत पांडेय, प्रदीप सिंह, रतन सिंह, देवेन्द्र राय, डा0 संजय सिंह,डा0 मनोज सिंह चंदेल,आदि लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है।लोगों ने कहा कि अगर जल्द से जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ वे अमड़ा बिजली उपकेन्द्र पर धरना प्रदर्शन करने को विवश होंगे।इस सम्बन्ध में एसडीओ विद्युत कमालपुर जन्मेजय साहू का कहना है कि अमड़ा विद्युत उपकेन्द्र को गाजीपुर जनपद के जमानिया से विद्युत आपूर्ति होती है । वहां से दिन में जितनी बिजली मिल है उतनी आपूर्ति की जाती है।कभी कभार लोकल फाल्ट के चलते भी समस्या बढ़ जाती है ।