ताडीघाट -दिलदारनगर ब्रांच लाइन पर विद्युतीकरण का काम पूरा, कभी भी हो सकता है ट्रायल

ताडीघाट -दिलदारनगर ब्रांच लाइन पर विद्युतीकरण का काम पूरा, कभी भी हो सकता है ट्रायल

सुहवल। सब कुछ ठीक रहा तो आज दिलदारनगर ताडीघाट ब्रांच लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन का हो सकता है ट्रायल, परिचालन विभाग अधिकारियों के आदेश के इंतजार में । दानापुर मंडल के अन्तर्गत आने वाली 19 किमी लंम्बी ताडीघाट दिलदारनगर ब्रांच लाइन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन दौडाने के उद्देश्य से लाइन किनारे विद्युत पोल एवं ओएचई वायर (ओवर हेड इक्विपमेंट वायर) लगाने का काम संम्बन्धित विभाग के द्वारा पूरा होने के बाद अब रेलवे के इलेक्ट्रिक विभाग ने इसे ओएचई वायर को चार्ज कर इसकी रिपोर्ट विभागीय आलाधिकारियों को प्रेषित कर दी है।

जिसके बाद विभाग दर्जनों आर पी एफ संग ओएचई निरीक्षण यान/ टावर वैगन के जरिए प्रतिदिन देर रात्रि करीब दस बजे एवं भोर में करीब चार बजे ध्वनि-विस्तारक यंत्रों के जरिए किनारे बसे गाँव के लोगों को इसके प्रति सचेत कर रहा है कि ट्रैक किनारे विद्युत पोलिंग एवं तारों को न छूए इसमें हाईटेंशन विद्युत प्रभाव हो रहा है, लोगों के अनुसार इलेक्ट्रिक ट्रेन के परिचालन शुरू से समय में बचत होने के साथ ही यात्रियों को काफी सहूलियतें होगी जो अपने गन्तव्य तक पहुँच सकेगें । मालूम हो कि रेलवे के द्वारा इस रूट के कायाकल्प के लिए पिछले दिनों करीब 18 करोड़ रूपये मंजूर किए गये जिसमें से करीब 6 करोड़ की लागत से विद्युतीकरण के साथ ही अन्य शेष धनराशि से रेल पटरी रिमाडलिग सहित नया रेल लाइन, प्लेटफार्म सुंदरीकरण एवं अन्य विभागीय कार्य होने है। ।वर्तमान समय में इस रूट पर दो इंजन युक्त डीजल चालित एक मात्र आठ डिब्बों वाली पैसेन्जर ट्रेन संचालित है,जो दिन में तीन बार आती-जाती है, मालूम हो कि ब्रितानी हुकुमत के दौरान करीब सैकडों वर्ष पहले इस ताडीघाट दिलदारनगर ब्रांच लाइन का विस्तार किया गया पहले जहाँ यह छोटी लाइन थी जिसपर कोयला चालित इंजन के सहारे चलने वाली एकमात्र पैसेन्जर ट्रेन का संचालन होता रहा, इसके बाद वर्षों पहले इस रूट को बडी लाइन में परिवर्तित कर डीजल चालित इंजन के सहारे तीन बोगियों वाली पैसेन्जर ट्रेन होता रहा, जैसे-जैसे समय बदला इसके विस्तारिकरण को भी पंख लगे, वर्तमान समय में दो इंजन वाली डीजल चालित आठ बोगियों के सहारे इस रूट पर पैसेन्जर ट्रेन का संचालन विभाग यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए कर रहा है । चूंकी केन्द्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना 51 किमी लंम्बी ताडीघाट मऊ रेल खंड के इस विस्तारिकरण को वर्ष 2016 में केन्द्रीय कैबिनेट से मंजूरी के उपरांत बजट आवंटन हुआ था जिसके बाद ताडीघाट को मऊ रेल खंड से जोडने के लिए काम युद्धस्तर पर जारी है। इस मामलें में एई टी आर डी बक्सर ललितेश्वर ने बताया कि इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन दौडाने के लिए चल रहा विद्युतीकरण का पूरा हो चुका है, जिसकी पूरी रिपोर्ट हाजीपुर जोन के आलाधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है, कहा कि अगर आज शाम तक इसकी मंजूरी मिलती है तो मंगलवार को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल कर दिया जायेगा ।