सीएमओ ने कोविड-19 का पहला टीका लगवाकर महाअभियान का किया शुभारम्भ

सीएमओ ने कोविड-19 का पहला टीका लगवाकर महाअभियान का किया शुभारम्भ

गाजीपुर। कोविड-19 के टीकाकरण का इंतजार शनिवार को खत्म हुआ जब पूरे देश में एक साथ टीकाकरण का महा अभियान शुरू हुआ। इसी के क्रम में जनपद गाजीपुर के चार स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण का कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद शुरू हुआ। जनपद गाजीपुर में सबसे पहला टीकाकरण मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य ने स्वयं करा कर महाअभियान का विधिवत शुभारंभ किया।

इस दौरान टीकाकरण की हकीकत जानने के लिए स्वयं जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह भी जिला पुरुष अस्पताल पहुंचे और उन्होंने टीकाकरण किए जाने की पूरी प्रक्रिया को देखा और अपनी संतुष्टि जाहिर की । इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पश्चात जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार और नोडल अधिकारी डॉ मनोज सिंह का भी टीकाकरण किया गया ।
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि पूरे देश में एक साथ टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसकी पूरी तैयारी पहले से की गई थी। इतना ही नहीं दो बार ड्राई रन करके इसकी तैयारी को परखा गया था। आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने प्रथम टीकाकरण करा कर जनपद को एक सकारात्मक संदेश दिया है। इस टीकाकरण का कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य जिन्होंने अपना टीकाकरण करा कर करीब 35 मिनट निगरानी कक्ष में व्यतीत करने के पश्चात मीडिया से मुखातिब हुए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की उम्र 61 साल है और उन्होंने अपना पहला टीकाकरण करा कर यह बताने का प्रयास किया है कि इस टीके से कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है।
इसके साथ ही जिला महिला अस्पताल में नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा की देखरेख में टीकाकरण का कार्य किया गया । सैदपुर स्वास्थ्य केंद्र पर नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ प्रगति कुमार की देखरेख में स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ। जखनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ के के वर्मा की देखरेख में टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।

कोविड-19 टीकाकरण में जिला पुरुष अस्पताल में 85, जिला महिला अस्पताल 56, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनिया 82, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर पर 67 लोगों का टीकाकरण किया गया। एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा और एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि आज के टीकाकरण कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का भी टीकाकरण होना था, लेकिन उनके ना आने के कारण 400 का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है।