शिक्षकों का मनमाना रवैया आदेश के बाद भी गांधी जयंती के दिन बंद रहे कई विद्यालय

शिक्षकों का मनमाना रवैया आदेश के बाद भी गांधी जयंती के दिन बंद रहे कई विद्यालय

जमानिया। क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में गांधी जयंती धूमधाम से मनाई गई। विद्यालयों में झंडा रोहण किया गया और बच्चों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये लेकिन अधिकतर विद्यालय झंडा रोहण के बाद फोटो खींच कर 11 बजे तक विद्यालय बंद कर दिया। जबकि विद्यालय 3 बजे तक खोलने का आदेश है। विद्यालय के पूरे स्टाफ भी मौजूद नहीं मिले।


प्रदेश सरकार की ओर से 2 अक्टूबर तक सभी विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में गहन स्वच्छता कार्यक्रम चलाये जाने का निर्देश पारित किया था। लेकिन यह मात्र निर्देश ही बन कर रह गया। क्षेत्र में इसका कोई असर नहीं दिखा। हमारी टीम ने क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय हेतिमपुर‚ बघरी‚ रामपुर उर्फ सलेमपुर‚ बरूईन सहित प्राथमिक विद्यालय बूढाडीह‚ हाबल्लमपुर‚ लमुई‚ हमीदपुर शिव मंदिर‚ पूर्व माध्यमिक विद्यालय दरौली का दौरा किया। जिसमें से लमुई‚ हमीदपुर‚ दरौली‚ बरूईन गांव में विद्यालय खुला पाया गया। जिसमे झंडा रोहण के बाद बच्चे कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे थे। शेष विद्यालयों में झंडा रोहण के अलावा कोई कार्यक्रम नहीं हुआ। विद्यालय में ना ही साफ सफाई ही देखी गई। हालांकि बारिश के कारण कम बच्चे स्कूल पहुंचे थे। तो वही विद्यालय के पूरे स्टाफ भी विद्यालय नहीं पहुंचे। जबकि एक अक्टूबर से यूपी के सरकारी स्कूलों का टाइम बदल दिया गया है। परिषदीय स्कूल सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित किया जाना है। प्रार्थना और योगाभ्यास का समय 15 मिनट रखा गया है। लेकिन विद्यालय 11 बजे ही बंद होना अपने आप में सवाल खडा कर रहा है। शिक्षक गांधी जयंती को छुट्टी के रूप में मनाने के आदि हो चुके शिक्षक झंडा रोहण कर कोराम कर विद्यालय बंद कर 10ः30 –11 बजे तक घर लौट गये। इन विद्यालयों में न ही साफ सफाई दिखाई दी और न ही इस अवसर पर कोई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इन विद्यालयों के कक्षाओं तक को खोला नहीं गया था। इस संबंध में एबीएसए अशोक कुमार गौतम ने बताया कि विद्यालयों में आज पढ़ाई नहीं होनी थी लेकिन विभिन्न गतिविधियों को कराने के निर्देश दिए गए थे।