गाजीपुर। यूपी बोर्ड ने कोरोना महामारी की भयावह स्थिति को देखते हुए 12 वीं की परीक्षा रद्द करने का एलान कर दिया है।CBSE-ICSE बोर्ड ने पहले ही 12 वीं की परीक्षा रद्द करने का घोषणा कर दिया था लेकिन बाद में यूपी बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा भी रद्द करने का फैसला सीएम योगी संग डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों के साथ करीब 30 मिनट तक चली बैठक में लिया गया। 10:30 बजे शुरू हुई बैठक 11:00 बजे समाप्त हुई। कमेटी ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने पेश की। इसमें परीक्षा रद्द किए जाने के बाद परीक्षार्थियों के अन्य विकल्प के सुझाव दिए गए।
यूपी बोर्ड ने 10 वीं की परीक्षा रद्द कर छात्रों को प्रमोट करने का निर्देश पहले ही दे दिया गया था लेकिन 12 वीं की परीक्षा बोर्ड जुलाई के दूसरे सप्ताह में कराने के मूड़ में थी। परन्तु स्थिति समान्य न होने व छात्र हित को ध्यान में रखकर परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया।
यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा के लिए 26,09,501 छात्र पंजीकृत हैं। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई हैं। सीबीएसई व सीआईसीएसई ने भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा की है। ऐसे में यूपी में भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने के कयास लगाए जा रहे हैं। हाईस्कूल का रिजल्ट किस आधार पर तैयार किया जाए। इसके विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए एक अलग कमेटी भी बना दी गई।
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने 22 मई को ही सभी स्कूलों से क्लास 12 के प्री-बोर्ड और 11वीं के छमाही व वार्षिक परीक्षा के अंक मांगे थे, 28 मई तक अधिकांश स्कूल छात्र-छात्राओं के अंक डाटा भी ऑनलाइन पोर्टल पर फीड कर दिया।
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा CBSE परीक्षा रद्द करने के ऐलान के बाद प्रतिक्रिया दी। कहा, ‘उनके लिए हमेशा से ही बच्चों का भविष्य और स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता रही है। कोरोना काल की परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों के हित में लिए गए इस निर्णय से न केवल बच्चों को बल्कि उनके अभिभावकों को भी राहत मिलेगी। यह निर्णय भी उसी दिशा में लिया गया कदम है।’
आगे उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार पहले ही कक्षा 6 से लेकर कक्षा 11 की परीक्षा को रद्द कर चुकी है। ऐसे स्टूडेंट्स को प्रमोट किया जाएगा। अब जल्द ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12वीं की परीक्षा के बारे में मुख्यमंत्री के साथ बैठक करके फैसला लिया जाएगा।
बोर्ड सचिव ने DIOS से 28 मई की शाम तक वेबसाइट पर अंक अपलोड करने का निर्देश दिया था।