जमानियाँ। बारिश के समय उमस गर्मी में अघोषित विद्युत कटौती ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। करीब एक सप्ताह से नगरीय क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्रों में लोकल फाल्ट की वजह से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ाई गई है, जिससे उपभोक्ता काफी त्रस्त हो गये है।
शहरी क्षेत्रों में 22 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति करने के सरकार के दावे पूर्णतः खोखले साबित हो रहे है। प्रतिदिन तार टूटने की सूचना तथा घण्टों मरम्मत के नाम पर कटौती उपभोक्ताओं को खल रही है। जर्जर तारों को बदलने के स्थान पर सिर्फ मरम्मत कराकर किसी तरह काम निकाला जा रहा है। जर्जर तार किसी एक जगह टूटता है लेकिन पूरे फीडर की विजली काटकर घण्टों मरम्मत की जाती है। जिससे उमस भरी गर्मी में पूरे फीडर के उपभोक्ता परेशान रहते है। लोगों ने बताया कि विजली के आने जाने का कोई निश्चित समय उपलब्ध नही है। जरा सा फाल्ट होने पर कई घण्टे तक विजली काटी जाती है। शहरों में एक जगह फाल्ट होने पर उसी जगह की विजली काट कर मरम्मत की जाती है लेकिन यहाँ पर पूरे फीड़र की विजली काट कर घण्टों मरम्मत किया जाता है। जर्जर हो चुके तारों को बदलने के स्थान पर सिर्फ मरम्मत का कार्य हो रहा है, जिससे हम लोगों को कम विजली मिल पा रही है। सरकार के दावे को विद्युत अधिकारी खोखला करने पर तुले हुए है।