गाँवों में मौत का सिलसिला जारी, ग्रामीणों में दहशत

गाँवों में मौत का सिलसिला जारी, ग्रामीणों में दहशत

जमानियां। क्षेत्र में मौत का सिलसिला लगातार जारी है और प्रत्येक गांव में बीते दो माह के अंदर 30 से 50 मौतें हो चुकी है। जिससे गांव के लोग तो दहशत में है और प्रशासन कि व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। गांव में बनायी गयी निगरानी समिति भी हवा हवाई ही साबित हो रही है। किसी के बाद गांव में हो रही मौतों का कोई आंकड़ा तक नहीं है और नहीं प्रशासन के नुमाइंदे आंकड़े इकठ्ठा करने का प्रयास ही कर रहे है।

तहसील क्षेत्र के ग्राम बरूइन में एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और मौत का सिलसिला लगातार जारी है। सब कुछ जानते हुए भी प्रशासन मुक दर्शक बना हुआ है। यहाँ पर 30 बेड़ का अस्पताल होते हुए भी लोगों को स्वास्थ्य सुविथाओं के सुदूर जाना पड़ता है। निर्माण काल से ही यह अस्पताल बेन्टिलेटर पर पड़ा हुआ है। सबकुछ जानते हुए भी स्वास्थ महकमा कान व ऑख बन्द किये हुए है। क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव के ग्राम प्रधान आरती देवी के अनुसार गांव में करीब 30 लोगों कि मौत हो चुकी है जिसको लेकर उन्होंने चिंता जतायी और जिलाधिकारी को गांव में हो रही मौतों के बारे में वाट्स एप के माध्यम से अवगत कराया है। उनके अनुसार गांव में 23 मार्च से अब तक करीब 30 मौत हो चुकी है। जिसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग अथवा अन्य माध्यमों से गांव को सेनेटाइज नहीं कराया गया और न ही गांव के लोगों का कोरोना टेस्ट ही किया गया है। वही देवैथा गांव में भी कमोबेश यही स्थिति है और वहां भी मौत का आंकड़ा चिन्ता जनक है। इस गांव में भी करीब 50 से अधिक मौत हो चुकी है लेकिन प्रशासन पूरी तरह से अंधा बहरा बना हुआ है। गांव के लोग कुछ सतर्क है लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी नहीं दिखाई दे रही है। तहसील अथवा पुलिस प्रशासन के पास गांव में हो रही मौतों का कोई आंकड़ा तक नहीं है। इस संबंध में तहसीलदार घनश्याम ने बताया कि कोविड महामारी से बचाव के लिए लगातार गांव में जागरूक किया जा रहा है और इस बीमारी से बचने के लिए कोविड नियम दो गज दूरी मास्क है जरूरी का पालन करना है। बताया कि क्षेत्र में हो रही मौत के आंकड़े उपलब्ध नहीं है‚ हालांकि निगरानी समिति को निर्देशित किया गया है कि गांववार हुई मौत के आंकड़ों को उपलब्ध करावें।