
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन विभाग के मा0 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल ने आज गाजीपुर में वक्फ सुधार जनजागरण अभियान के तहत आयोजित प्रेसवार्ता में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को कमजोर वर्ग और महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रूप से मजबूत करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के चलते इस सुधार का विरोध कर देश में भ्रम फैला रहे हैं।
निरीक्षण गृह लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम देश के 90 फीसदी मुसलमानों के जीवन में खुशहाली लाएगा और उन्हें बेरोजगारी के संकट से बाहर निकालने के साथ-साथ उनके शैक्षिक स्तर में भी सुधार करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि वक्फ सुधार से गरीबों का हक सिर्फ गरीबों को ही मिलेगा और इसी सत्य को लेकर भाजपा मुसलमानों के बीच जाने की तैयारी कर रही है, जिससे विपक्ष में खलबली मची हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विरोधी दल देश में हिन्दू और मुसलमानों के बीच दीवार खड़ी करना चाहते हैं और फिर हिन्दुओं को जातियों में बांटने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि विपक्ष न तो मुसलमानों का हितैषी है, न अगड़ों, पिछड़ों या दलितों का, बल्कि यह सिर्फ अपने और अपने परिवार की उन्नति के लिए राजनीति करने वाले दल हैं। मंत्री श्री जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “सबका साथ-सबका विकास व सबका विश्वास” के संकल्प को दोहराते हुए बताया कि केंद्र सरकार की प्रत्येक योजना और निर्णय में यह संकल्प झलकता है। उन्होंने विभिन्न योजनाओं का उदाहरण देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में 31 फीसदी मकान मुस्लिमों को मिले, उज्ज्वला योजना में 37 प्रतिशत निःशुल्क गैस कनेक्शन मुस्लिम महिलाओं को मिले, मुद्रा योजना में 36 फीसदी लोन मुस्लिम परिवारों को मिला, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ 33 प्रतिशत मुस्लिमों को मिला, स्किल इंडिया में 22 फीसदी मुसलमानों को लाभ मिला और प्रधानमंत्री जनकल्याण योजना में 33 फीसदी मुस्लिमों को योजना का लाभ मिला, जबकि देश में मुस्लिमों की जनसंख्या केवल 15 फीसदी है। प्रेसवार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा भानु प्रताप सिंह, अखिलेश सिंह, जिला मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा, सुरेश बिन्द, कादिर राईनी और आई टी संयोजक आलोक शर्मा भी मौजूद रहे।