
गाजीपुर। पुलिस ने आज जिले में सक्रिय एक बड़े गोकशी गिरोह पर शिकंजा कसते हुए एक सनसनीखेज मुठभेड़ में दो कुख्यात गौ-तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। थाना बहरियाबाद और थाना सादात की संयुक्त पुलिस टीम ने मिर्जापुर इलाके में हुई इस मुठभेड़ के दौरान दोनों बदमाशों को गोली लगने के बाद धर दबोचा। पुलिस ने इनके कब्जे से दो देसी तमंचे, जिंदा कारतूस और एक इंट्रा मैजिक पिकअप बरामद की है, जिसमें क्रूरतापूर्वक बांधे गए 11 गोवंश बरामद हुए हैं।
घटनाक्रम के अनुसार, बहरियाबाद थाने की पुलिस टीम मिर्जापुर क्षेत्र में संदिग्ध वाहनों की routine जांच कर रही थी। तभी नीले तिरपाल से ढकी एक बिना नंबर की तेज रफ्तार मैजिक पिकअप संदिग्ध अवस्था में दिखाई दी। पुलिस द्वारा रुकने का इशारा करने पर चालक ने वाहन रोकने की बजाय पुलिस टीम पर चढ़ाने का प्रयास किया और प्यारेपुर चट्टी की ओर भागने लगा। तत्काल सूचना पर कार्रवाई करते हुए थाना सादात की पुलिस टीम भी सक्रिय हो गई और मिर्जापुर-सादात मार्ग पर बदमाशों की घेराबंदी कर दी गई। पुलिस से घिरता देख घबराए गौ-तस्करों ने अपनी गाड़ी को एक खंभे से टकरा दिया और वाहन से उतरते ही पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिससे दोनों बदमाशों के पैर में गोली लग गई और वे मौके पर ही धराशायी हो गए। गिरफ्तार किए गए गौ-तस्करों की पहचान सोनू यादव, निवासी पचरासी, थाना नंदगंज और सभाजीत उर्फ शालू यादव, निवासी लक्षिरामपुर, थाना बहरियाबाद के रूप में हुई है। सोनू यादव एक शातिर अपराधी है, जिस पर गोकशी, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट समेत 8 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, सभाजीत उर्फ शालू यादव पर गौहत्या और बिजली चोरी जैसे गंभीर आरोप हैं। पुलिस ने इनके दो फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए भी दबिश तेज कर दी है। पुलिस पूछताछ में दोनों घायल बदमाशों ने स्वीकार किया कि वे पहले भी कई बार गौ-तस्करी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं और पकड़े जाने के डर से उन्होंने पुलिस पर गोली चलाई थी। हैरानी की बात यह रही कि गिरफ्तारी के बाद दोनों बदमाश गिड़गिड़ाते हुए पुलिसकर्मियों से माफी मांगने लगे और कहने लगे, “हमें माफ कर दो, हमसे गलती हो गई…” पुलिस अधीक्षक ने इस सफल मुठभेड़ में शामिल पुलिस टीम की सराहना की है और कहा है कि जिले में गोकशी और अन्य जघन्य अपराधों में लिप्त अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। बरामद गोवंश को सुरक्षित गौशाला भेज दिया गया है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। इस घटना ने एक बार फिर संगठित गौ-तस्करी गिरोहों के दुस्साहस को उजागर किया है, जिसके खिलाफ पुलिस का यह करारा प्रहार निश्चित रूप से अपराधियों के हौसले को पस्त करेगा।