
जमानिया। जमानिया-धरम्मरपुर पक्का पुल की जर्जर हालत और लगातार हो रहे हादसों से आक्रोशित हेतिमपुर गांव और आसपास के ग्रामीणों का गुस्सा गुरुवार को फूट पड़ा। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी ज्योति चौरसिया से मिलकर जिलाधिकारी के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें पुल पर तत्काल बैरिकेडिंग लगाने और ओवरलोड व भारी वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई। साथ ही, ग्रामीणों ने इस स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।
ग्रामीणों का आक्रोश बुधवार को करंडा थाना क्षेत्र के लीलापुर गांव निवासी मासूम बालक लक्की की तेज रफ्तार ओवरलोड ट्रक की चपेट में आने से हुई दर्दनाक मौत के बाद और बढ़ गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुल पर रोजाना सैकड़ों ओवरलोड बालू लदे ट्रक बिना किसी रोक-टोक के गुजर रहे हैं, और यह सब जमानियां कोतवाली व करंडा थाना की मिलीभगत से हो रहा है।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने पुल की अत्यंत खस्ताहालत का जिक्र करते हुए बताया कि पुल में लोहे की सरिए बाहर निकल आई हैं, जिससे स्कूली बच्चों, राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों की जान हर पल खतरे में बनी रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि पुल की मरम्मत न होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे लोगों में भय का माहौल है।
उपजिलाधिकारी ज्योति चौरसिया ने ग्रामीणों से ज्ञापन प्राप्त कर मामले को गंभीरता से लेते हुए दो दिन के भीतर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख ग्रामीणों में पंचायत सदस्य पंकज यादव, ग्राम प्रधान मनोज यादव, हरिकेश यादव, अनिल मास्टर, रामाशीष यादव, भूपेंद्र नाथ भास्कर, मैनेजर कुमार, सर्वजीत निषाद, चौधरी मुकेश, विनोद सिंह, साबिर हुसैन, सोनू यादव, राजकुमार, लालचंद यादव और अभिषेक आज़ाद सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिन के भीतर उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे বৃহত্তর आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।