गाजीपुर। महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर बुधवार को जनपद के 12 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया गया। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम और प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुए समारोह के दौरान राज्यसभा सांसद डॉ संगीता बलवंत द्वारा 12 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त होने पर ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। राज्यसभा सांसद डॉ संगीता बलवंत ने कहा कि टीबी गंभीर बीमारी है, जिसके उपचार में लापरवाही करने पर यह गंभीर रूप ले सकती है। इससे और भी लोग प्रभावित हो सकते हैं। उपचार का कोर्स पूरा करने पर टीबी को ठीक किया जा सकता है। इसकी रोकथाम और नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। अभी 12 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित हुई हैं। जल्द ही जनपद की समस्त ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के रूप में घोषित किया जाएगा। इसके लिए जनपद प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पंचायती राज विभाग संयुक्त प्रयास कर रहे हैं।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह एवं नगरपालिका परिषद अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने टीबी मुक्त घोषित हुईं ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों, सीएचओ समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंट लाइन वर्करों का उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर राज्यसभा सांसद डॉ संगीता बलवंत और जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने 100 – 100 टीबी मरीजों को गोद लेकर उनके पोषण आहार और उपचार में सहयोग करने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा कि प्रथम चरण में जनपद की 12 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त कर लिया गया है। अगले चरण में शेष 533 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। यहां स्क्रीनिंग कैंप लगाकर लोगों की जांच और उपचार किया जाएगा। साथ ही जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को टीबी के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ देश दीपक पाल, एसीएमओ डॉ मनोज कुमार सिंह, जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ संजय कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी अंशूल मौर्या, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ के एन चौधरी, एसीएम ओ डॉ सुजीत कुमार मिश्रा, एडीएमएलआर एवं एफआर, जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, अनुराग, सुनील वर्मा, संजय यादव, रविप्रकाश, वैंकटेश एवं सभी अधिक्षक/ प्रभारी चिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत, सीएचओ, बीपीएम, बीसीपीएम एवं अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।