जमानियां। विकास खंड में प्रमुख क्षेत्र पंचायत चुनाव में पुलिस एवं मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने मीडिया कर्मियों को कवरेज के लिए विकास खंड परिसर तक जाने का इजाजत नहीं दिया गया।
जब इस बाबत मीडिया के लोगों ने पुलिस ने सवाल किया की किसके आदेश से मीडिया को रोका जा रहा है तो किसी के पास से कोई जवाब नहीं मिला। जब विकास खंड गेट के मुख्य गेट के पास तैनात मजिस्ट्रेट से पुछा गया तो उन्होंने बताया कि एसडीएम शैलेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। ज्ञात हो कि विकास खंड परिसर में सीसीटीवी कैमरा के निगरानी में मतदान का कार्य कराया जा रहा था और एक वीडियोग्राफी को भी अलग से पूरी गतिविधि को कैद करने के लिए रखा गया था। ऐसे में यदि विकास खंड में विभिन्न अखबार के मीडिया कर्मी अंदर विकास खंड परिसर में दाखिल हो जाते तो क्या हो जाता ? ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि प्रशासन की भूमिका इस चुनाव में स्थानीय विकास खंड में संदेश के घेरे में रही। यह संदेह और गहराया तब जब 3 बजे शुरू हुई गिनती 40 मिनट बाद पूर्ण हो गई और 3ः40 तक गिनती पूर्ण होने के बाद प्रत्याशी के जीत की घोषणा प्रशासन ने नहीं किया। जिसके बाद बाहर खड़े प्रत्याशियों के समर्थकों कि भीड़ बढ़ती चली गई और जीतने के बाद भी घोषणा न करने से की सूचना पर पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह मौके पर पहुंच गये। उनके पहुंचने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया और आनन फानन में जीत की घोषणा सीओ हितेंद्र कृष्ण ने बैरिकेट के पास लाउडस्पीकर से की। इसे यू भी कहा जा सकता है कि पूर्व मंत्री और भीड़ के दबाव को देखते हुए जीत का ऐलान किया गया अन्यथा प्रशासन की मंशा कुछ और ही थी।