जमानियाँ। गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि कारण जगह-जगह कटान जारी है तथा बाढ़ पानी देवरिया गाँव के पास एन एच 97(24) के पास पहुँच गया है। जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों के लोग दहशतमें जीने के लिए के मजबूर है।
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 63.105 मीटर से 0.735 मीटर ऊपर हो गया है। रविवार की सुबह की 8 बजे 63.680 था व सुबह 10 बजे 63.730 हो गया। दोपहर 12 बजे 63.760 व 2 बजे 63.800 मीटर तथा शाम चार तक गंगा का जलस्तर 63.840 मीटर हो गया है। बाढ़ का पानी तटवर्ती इलाके में तेजी से फैल रहा है। ज्ञात हो कि 2019 में बाढ़ का उच्च जलस्तर 64.530 मीटर था। जबकि बाढ़ की स्थिति का मापदंड सामान्य जलस्तर 59.906 मीटर तथा चेतावनी बिंदु निम्न स्तर 61.550 मीटर व खतरा बिन्दु मध्य स्तर 63.105 मीटर है। बाढ़ का उच्च स्तर 65.220 मीटर है।
जल स्तर में तेजी से वृद्धि से मतसा बाड़, सब्बलपुर बाड़, जीवपुर बाड़, देवरिया बाड़, खाँवपुरा, ताजपुर के निचले स्तर में बाढ़ का पानी आ गया है। बाड़ क्षेत्र के दियारा में निवास करने वाले लोग सुरक्षित स्थान पर पलायन कर रहे है। बाढ़ के पानी से खेत डूब गये है जिससे फसल सहित हरे चारे का संकट गहरा गया है। बाढ़ की स्थिति में सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालक को होती है। हरा चारा से लेकर भूसा आदि भीग जाने के कारण पशुपालक काफी परेशान हो गये है। देवरिया बाड़ मुख्य मार्ग बाढ़ की पानी से पूरी तरह डूब गया है। लोग पानी में ही आने जाने को मजबूर है वही देवरिया प्राथमिक विद्यालय बाढ़ की चपेट में आ गया है। बाढ़ के कारण बाढ़ प्रभावित लोगों को जन जीवन अस्त ब्यस्त हो गया है।