गंधुतालुका क्षेत्र के दर्जनों गाँवों को जोड़ने वाली सड़क उपेक्षा शिकार

गंधुतालुका क्षेत्र के दर्जनों गाँवों को जोड़ने वाली सड़क उपेक्षा शिकार

जमानियाँ। गंधुतालुका क्षेत्र के दर्जनों गाँवों को जोड़ने वाली अतिमहत्वपूर्ण करमहरी- नईबाजार सम्पर्क मार्ग आज उपेक्षा का शिकार बना हुआ है।

बेहतर सड़क व सुगम मार्ग के द्वारा ही विकास सम्भव हो सकता है। जबकि बेहतर सड़कों के आभाव में गंधुतालुका क्षेत्र विकास की कड़ी में पिछड़ता जा रहा है। कर्मनाशा के तटवर्ती क्षेत्र गंधुतालुका के दर्जनों गाँवों को एक सूत्र में जोड़ने के लिए पूर्ववर्ती सरकार का अतिमहत्वाकांक्षी सड़क आज अधूरा पड़ा हुआ है। ज्ञात हो कि यह सड़क करमहरी से नईबाजार तक बनना था। इस सड़क के निर्माण हो जाने से गायघाट, रायपुर, धुस्का, दाउदपुर, देवढ़ी, डेहरिया, नरायनपुर आदि कई गाँव एक सूत्र में बध जाते, जिससे लोगों एक गाँव से दूसरे गॉव व बिहार प्रान्त जाने के लिए मुख्य मार्ग का सहारा नही लेना पड़ता तथा आवागमन सुगम हो जाता। यह रास्ता कम समय में लोगों को अपने गंतव्य तक पहुॅचाने में मदद करता लेकिन करमहरी से शुरू हुआ निर्माण कार्य जगह-जगह अधूरा होने के कारण क्षेत्रीय लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। कही पुलिया का आभाव तो कही सिर्फ गिट्टी ही डाल कर छोड़ दिया गया है। कई जगह तो सिर्फ मिट्टी ही है। अति महत्वपूर्ण मार्ग होने के बाद भी यह सड़क अधिकारीयों व जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता से बाहर है। क्षेत्र के श्यामनरायण सिंह, धन्नू तिवारी, विकास सिंह, बबलू दूबे, अशोक सिंह आदि ने बताया कि दर्जनों गाँवों को जोड़ने वाली सड़क आज उपेक्षित पड़ा हुआ है। इस सड़क के निर्माण न होने से ज्यादा दूरी तय करनी पड़ती है। कई बार अधिकारीयों व जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।