गाजीपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सुश्री कामायनी दूबे ने बुधवार को जिला कारागार का वर्चुअल निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होने बंदियों को समस्याएं जानते हुए उन्हें विधिक जानकारियां दी। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष/ जनपद न्यायाधीश प्रशांत मिश्र कि अनुमति से किए गए वर्चुअल निरीक्षण में सचिव, सुश्री कामायनी दूबे, ने बंदियों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि निरूद्ध बंदियों के संख्या के अनुसार बैरक कम पड़ रहे है, तथा वर्तमान में पुरूष सिद्धदोष बंदी 150 व पुरूष विचाराधीन बंदी 807 व महिला सिद्धदोष बंदी 8 व महिला विचाराधीन बंदी 22 तथा अल्पवयस्क 58 जिला कारागार में है। बंदियों को बताया गया कि जो बंदी स्वेच्छा से जुर्म स्वीकार करना चाहते है, उनके प्रार्थना पत्र को नियमानुसार प्रेषित करवाएं। जिन बंदियों के मुकदमे की पैरवी करने वाला कोई नहीं है, उनके प्रार्थना पत्र कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रेषित किए जाए। यह भी बताया गया कि कोविड-19 के समय में वर्चुअल बैठक का आयोजन नियमित समयांतराल पर किया जा रहा है। सचिव ने वैश्विक महामारी कोविड -19 से सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखने, मास्क और सेनेटाईजर का प्रयोग, नियमित अन्तराल पर साबुन से हाथ धोने तथा योग प्राणायाम करने के लिए बंदियों को प्रेरित किया। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सामग्री व सफाई आदि पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए ।