
जमानियां। क्षेत्र के बुढाडीह गांव स्थित राधा कृष्ण मंदिर परिसर शुक्रवार को भक्ति और आस्था के रंग में सराबोर हो गया। नौ दिवसीय श्री सीताराम महायज्ञ का भव्य शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में धार्मिक उत्साह का संचार हो गया। यह आध्यात्मिक आयोजन 24 मई तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन हवन, संत प्रवचन और भगवान कृष्ण की लीलाओं का मनोरम मंचन (रासलीला) किया जाएगा।
महायज्ञ के प्रथम दिवस पर गांव की कुंवारी कन्याओं ने एक भव्य कलश यात्रा निकाली। यह शोभायात्रा राधा कृष्ण मंदिर से शुरू हुई और बड़ेसर गांव स्थित पवित्र गंगा नदी के तट तक गई। वहां से कन्याओं ने कलशों में गंगाजल भरा और उसे वापस यज्ञ मंडप में लेकर आईं। इस पवित्र जल से यज्ञ मंडप की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई, जिसके बाद महायज्ञ का विधिवत आरंभ हुआ। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और पूरे रास्ते भक्तिमय वातावरण बना रहा।
मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह यादव ने आयोजन की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि महायज्ञ के दौरान प्रतिदिन सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक पवित्र हवन का आयोजन किया जाएगा। इसके उपरांत, दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक साध्वी द्वारा भक्तिमय प्रवचन दिए जाएंगे, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान और प्रेरणा प्रदान करेंगे। रात्रि 8 बजे से मध्यरात्रि 12 बजे तक भगवान कृष्ण की मनमोहक रासलीला का भव्य मंचन किया जाएगा, जो दर्शकों को भक्ति रस में डुबो देगा। उन्होंने यह भी बताया कि महायज्ञ के अंतिम दिन विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे। यह नौ दिवसीय श्री सीताराम महायज्ञ श्री श्री 1008 योगीराज खण्डेश्वरी फलाहारी राघवदास जी महाराज के सानिध्य में आयोजित किया जा रहा है। राघवदास जी महाराज अपने गहन आध्यात्मिक प्रवचनों और तपस्या के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध हैं। इस अवसर पर भुवाल सिंह यादव, मारकंडेय, राजेश, बृजेश, अनिल, कृष्णा नंद, चन्द्रशेखर, चन्द्रमा यादव, अनिल पासवान, हरखन यादव, मोनू, हरेराम आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिन्होंने इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया। बुढाडीह गांव में इस महायज्ञ के शुभारंभ से श्रद्धालुओं में अपार उत्साह और श्रद्धा का भाव देखने को मिल रहा है।