गहमर(गाजीपुर)। बहुचर्चित भदौरा ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव संपन्न होने के बाद सपा प्रत्याशी नरगिस खान ने 82 मत पाकर विजेता घोषित हुई हैं।
भदौरा ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए शनिवार को हुए मतगणना के बाद सहायक निर्वाचन अधिकारी उप जिलाधिकारी रमेश मौर्य ने बताया कि समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नरगिस खान 82 मत पाकर विजेता एवं भाजपा प्रत्याशी रीना सिंह 31 मत पाकर को विजेता घोषित हुई। कुल 113 क्षेत्र पंचायत सदस्य द्वारा मतदान का प्रयोग किया गया जिनमें एक भी मत अवैध नहीं हुआ।
भदौरा ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सुबह 11:00 बजे से मतदान शुरू किया गया।
सपा और भाजपा के प्रत्याशियों के आमने-सामने होने से वर्तमान विधायक सुनीता सिंह एवं पूर्व पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह के प्रतिष्ठा ब्लॉक प्रमुख चुनाव पर लगी हुई है। भारी पुलिस फोर्स के द्वारा नाहर के मुख्य पुलिया के पास ही सभी मतदाताओं का प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड जांचा जा रहा था। गहमर कोतवाल अनिल कुमार पांडे के द्वारा पुलिस कर्मियों के साथ मतदाताओं को मतदान स्थल तक ले जाया जा रहा था। दोपहर 12:00 बजे तक करीब 50% तक मतदान संपन्न हो चुका था।
मतदान केन्द्र पा जा रहे मीडिया कर्मियों को पुलिस ने रोका
ब्लाक प्रमुख चुनाव में मतदान केंद्र पर जा रहे मीडिया कर्मियों को करीब 30 मिनट तक एस डी एम के आदेश का हवाला दे कर रोक दिया गया। शनिवार की दोपहर जब मीडिया कर्मी समाचार संकलन करने ब्लाक परिसर में जा रहे थे तब दूसरे गेट पर पुलिस द्वारा यह कह कर रोक दिया गया कि एस डी एम ने मतदाता को छोड़ कर किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नही दी है। इस पर जब मीडिया कर्मियों ने एस डी एम से बात की तो लगभग आधे घण्टे बाद मीडिया के लोगो को अंदर जाने दिया गया।
चुनाव को शांति पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए पुलिस रही मुस्तैद
ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव को शांति पूर्वक सम्पन्न कराने को लेकर प्रशासन काफी सतर्क रहा। पूरे ब्लाक परिसर के क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। जमानिया विधायक सुनीता सिंह और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के क्षेत्र होने के कारण प्रशासन काफी सतर्क था। दिलदारनगर, रेवतीपुर,गहमर थानों की फोर्स के अलावा पी एस ई भी मौजूद रही। भीड़ को हटाने एवं शांति पूर्वक इस चुनाव को संपन्न कराने को लेकर एस डी एम ,सी ओ और तहसीलदार लगातार पूरे क्षेत्र का चक्रमण करते रहें। चुनाव क्षेत्र से लोगो को हटाने को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस में हल्की बहस भी हुई।