जमानियाँ। स्थानीय तहसील क्षेत्र के ग्राम बरूइन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मंगलवार को चिकित्सकों की अनुपस्थिति में कोविड़-19 टीकाकरण किया गया। चिकित्सक के न रहने के कारण ओपीडी पूर्णतः बन्द रहा तथा मरीज परेशान दिखे।
स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक की अनुपस्थिति में फर्मासिस्ट सुनील कुमार भास्कर वैक्सीन लगा रहे थे तथा अधीक्षक कक्ष व चिकित्साधिकारी कक्ष खाली था। जबकि वैक्सीनेशन के दौरान चिकित्सक की उपस्थिति अनिवार्य होती है ताकि वैक्सीन लगाने के बाद कोई दिक्कत हो तो चिकित्सक तुरन्त इलाज कर सके। इस स्वास्थ्य केन्द्र पर एक अधीक्षक व दो चिकित्सकों की तैनाती है लेकिन चिकित्सकों की गैर मौजूदगी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। 30 बेड़ का यह स्वास्थ्य केन्द्र अपने निर्माण काल से ही वैन्टीलेटर पर पड़ा हुआ। इस स्वास्थ्य पर टेक्नीशियन के आभाव में एक्सरे मशीन धूल फॉक रहा है तथा माजूदा समय में 30 बेड़ के जगह 15 बेड़ ही मौजूद है। प्रसव केन्द्र कई वर्षों से बन्द पड़ा है तथा इमरजेन्सी सेवा आज तक चालू नही हो पायी। डॉक्टर आवास लावारिश पड़ा हुआ है तथा कर्मचारी आवास में एम्बुलेन्सकर्मी ही रहते है। कोरोना काल में शासन बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का दावा कर रहा है लेकिन यहाँ शासन के फरमान का कोई असर दिखाई नही दे रहा है। ऐसे में जब अस्पताल ही बिमार रहेगा तो बिमार मरीजों का इलाज कैसे हो पायेगा। यह सवाल आज भी ग्रामीणों को परेशान कर रही है।
ग्रामीणों ने कई बार इस स्वास्थ्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए धरना-प्रर्दशन किया लेकिन सिर्फ उच्चाधिकारीयों के आश्वासन के अलावा कुछ भी हासिल नही हुआ। आज भी ब्यवस्था जस की तस बनी हुई। वैक्सीनेशन के दौरान आर्युवेद फर्मासिस्ट अजय सिंह, एल टी आनन्द सिंह, विहारी आदि मौजूद रहे।