जमानियां। स्थानीय तहसील के लेखपाल के साथ बदसलूकी करना ग्राम प्रधान को महंगा पड़ा और उसके विरूद्ध लेखपाल की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
बाढ़ नियंत्रण हेतु बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों के बचाव व तत्काल राहत प्रदान किये जाने के लिए हल्का के लेखपाल रूपेश रंजन सिन्हा द्वारा गांव में भ्रमण किया जा रहा था। लेखपाल बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों‚ पशुओं के लिए खाद्यान्न पैकेट एवं चारा वितरण के लिए सूचना इकठ्ठा कर रहे थे। भ्रमण के दौरान लेखपाल सब्बलपुर खुर्द गांव स्थित बाढ़ चौकी में बैठकर सूचना बनाने का कार्य कर रहे थे कि सब्बलपुर कला के ग्राम प्रधान द्वारा असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने लगे। इस दौरान उन्होंने भद्दी भद्दी गालियां दी। जिससे क्षुब्ध होकर लेखपाल ने कोतवाली में लिखित तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने बुधवार की शाम करीब 2:30 बजे बजे भारतीय दंड संहिता की धारा 332‚ 504‚ 506 के तहत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया। हल्ला लेखपाल रूपेश रंजन ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा आये दिन उनके साथ बदसलूकी और असंसदीय भाषा का प्रयोग किया जाता था और उस दिन उन्होंने सारी मर्यादा लांघ दी। जिस कारण से तहरीर देनी पड़ी। इस संबंध में कोतवाल दीपेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान के विरूद्ध पहले शांति भंग में चालान किया गया और फिर तहरीर के आधार पर सुसंगत धारा में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।