2019 का टूटा रिकार्ड, खतरे के निशान से 1.515 मीटर ऊपर हुआ गंगा का जलस्तर

2019 का टूटा रिकार्ड, खतरे के निशान से 1.515 मीटर ऊपर हुआ गंगा का जलस्तर

जमानियाँ। गंगा तटवर्ती इलाकों में तबाही मचा रही है व कर्मनाशा भी ऊफान पर है। गंगा के बाढ़ का पानी आबादी क्षेत्रों सहित सम्पर्क मार्ग को भी अपने आगोश में ले लिया है। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 1.515 मीटर उपर हो गया है। गंगा का जलस्तर आधा सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। खतरा का निशान 63.105 मीटर से गुरूवार को शाम चार बजे तक गंगा का जलस्तर 64.620 मीटर हो गया है।

नगर के जमदग्नि-परशुराम घाट स्थित रामलीला मैदान बाढ़ के पानी से पूरी तरह डूब गया है। बाढ़ का पानी सेंट मेरी स्कूल के बाउड्री के पास पहुँच गया तथा एन एच की पुल से पानी हेतिमपुर के सिवान में फैल रहा है। बडेसर के पास गंगा एन एच 97(24) को छूने को आतुर हो गई है। देवरिया, राघोपुर ग्राम के पास एन एच तक पानी पहँच गया। तथा देवरिया पुलिस चौकी सहित प्राथमिक विद्यालय पूरी तरह बाढ़ से घिर चुका है। तटवर्ती इलाकों में कटान भी तेज हो चुका है। एन एच के बाये तरफ बाड़ क्षेत्र बाढ़ के पानी से पूरी तरह तबाह हो चुका है। मतसा बाड़, मंझरिया बाड़, रघुनाथ बाड़, जीवपुर बाड़, सब्बलपुर बाड़, देवरिया बाड़, सब्बलपुर खुर्द, रामपुर पट्टी, सरनाम खा, कालनपुर, जगदीशपुर, मलसा‚ देवरिया‚ पाह सैय्यदराजा‚ चितावनपट्टी‚ राघोपुर आबादी क्षेत्रों में बाढ़ आ चुका है। बाढ़ की त्रासदी झेल रहे लोग काफी परेशान दिखाई दे रहे है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के कुछ लोग बाढ़ राहत शिविर में शरण लिए हुए है। चारो तरफ बाढ़ से घिरे लोग पशुओं को लेकर ऊँचे स्थान पर पहुँच चुके है। बाढ़ के कारण हरा चारा व भूसा भीग जाने के कारण पशुपालक काफी परेशान है। ग्रामीण प्रशासन से लगातार नाव व भूसा की मांग कर रहे है लेकिन मांग के सापेक्ष नाव न मिलने से लोगों की ब्यथा बढ़ती जा रही है तथा अभी तक प्रशासन भूसा का इंतजाम नही कर पाया है।
वही कर्मनाशा भी उफान पर है। कर्मनाशा का जलस्तर बढ़ने से गायघाट गॉव में पानी घुसने लगा है तथा दाउदपुर, देवढ़ी, रायपुर, रोहुणा आदि गॉवों के सिवान में बाढ़ का पानी आ गया है।