संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सरकार का विरोध जताते हुए डब्ल्यूटीओ का फूंका पुतला

संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सरकार का विरोध जताते हुए डब्ल्यूटीओ का फूंका पुतला

जमानिया। क्षेत्र के रामलीला मैदान में सोमवार कि दोपहर करीब 12 बजे संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए डब्ल्यूटीओ का पुतला फूंका और किसानों ने राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक तहसीलदार को सौंपा। 
बता दे की अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव एवं संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश की कोर कमेटी के सदस्य ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने मांगों को बताते हुए कहा कि 26 फरवरी को कतर की राजधानी दोहा में विश्व व्यापार संगठन डब्ल्यूटीओ की बैठक हो रही है। डब्ल्यूटीओ में भारत के शामिल होने से ही भारत की कृषि को दुनिया के कार्पोरेट्स के दबाव में उनके मुनाफे के लिए बनाई जा रही नीतियों के हिसाब से चलाया जा रहा है। इसी कारण से भारत के किसानों एम एस पी गारंटी कानून, सी 2+50 के अनुसार एमएसपी और कृषि लागत पर पर्याप्त सब्सिडी सहित अन्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जबकि अमेरिका और यूरोप के देश अपने किसानों को भारी मदद कर रहे हैं। कहा कि भारत के किसानों को अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है । ऐसी विषम परिस्थिति में भारत सरकार कृषि क्षेत्र को डबल्यू टी ओ से बाहर कराए ताकि देश के किसानों और कृषि क्षेत्र को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब हरियाणा बार्डर पर रोके गए किसानों पर दमन बंद किया जाय और किसानों को दिल्ली जाने दिया जाय। हत्या और दमन के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर कारवाई के लिए इसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराया जाय। किसानों के साथ 2021 में सरकार द्वारा किए गए लिखित वादे के “चार्टर आफ डिमांड” को पुरा कराया जाय आदि से संबंधित राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार देवेन्द्र यादव को सौंपा। जिस पर उन्होंने उचित माध्यम से पत्रक भेजवाने की बात कही। इस अवसर पर शशिकांत कुशवाहा‚ बुच्ची लाल‚ अमरनाथ मौर्य‚ पांच रतन‚ विजइ कुमार‚ सुबेदार‚ कालिका राम‚ मनोज बिन्द आदि मौजूद रहे।