जमानियां। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के स्टेशन बाजार स्थित बरूईन मोड़ के पास से रविवार की सुबह करीब 8 बजे पुलिस ने रेलवे क्रासिंग तोड कर भाग रही एक ट्रक में लदी एक गाय और 18 बैल के साथ तीन तस्करों को मय वाहन धर दबोचा। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटि है।
मुखबिर की सूचना पर देवरियां चौकी पर तैनात उपनिरीक्षक विजय कांत दिवेदी हरकत में आये और चौकी पर ट्रक काे रोकने का प्रयास किया लेकिन ट्रक चालक ने ट्रक नहीं रोका और तेजी से ट्रक लेकर जमानियां कोतवाली की ओर बढ़ गया। जिस पर उन्होंने कोतवाली में इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही कोतवाल हेमन्त कुमार सिंह मय हमराही एवं उपनिरीक्षक राजेन्द्र कुमार के साथ कोतवाली के सामने ट्रक का इंतजार करने लगे । ट्रक की रफ्तार अधिक थी। उसे रूकने का इशारा किया गया लेकिन ट्रक चालक वाहन तेजी से स्टेशन की ओर ले कर निकल गया। जिस पर पुलिस भी ट्रक का पिछा करने लगी। कोतवाली से करीब 5 किमी दूर स्थित स्टेशन बाईपास सडक एनएच 97 (24) पर बने रेलवे फाटक बंद था। ट्रक चालक ने उसे भी तोडते हुए आगे बढ गया। जिसके बाद पुलिस चौकी पर भी उसे रोकने के लिए बैरिकेंटिंग की गयी थ्ाी लेकिन मनबढ चालक उसे भी तोडते हुए आगे निकला गया। पुलिस पिछे लगी देख चालक ने वाहन बरूईन मोड के पास वाहन खडा कर दिया और चार लोग ट्रक से कूद कर भागने लगे। पिछा कर रही पुलिस ने तीन अभियुक्तों को दौडा कर पकड लिया। वही एक अभियुक्त भागने में कामयाब हो गया। इस संबंध में कोतवाल हेमन्त कुमार सिंह ने बताया कि ट्रक को दो भागो में बांटा गया था। उपरी भाग में आलू और भूसी रखी हुई थी और नीचे बैल और गाय को बांधा गया था। उन्होंने बताया कि कुल 19 मवेशी को तीन अभियुक्तों के साथ पकडा गया है। जिसमें से चार बैंल मरे हुए पाये गये है। पकडे गये पशुओं में एक गाय है। जिसे बिहार के रास्ते बंगाल ले जाने के फिराक में थे। जो जौनपुर से लेकर आये है। बताया कि तीनों अभियुक्तों चालक टिंकू उर्फ अनिल यादव निवासी अहीरपुर, थाना फुलपुर, आजमगढ, खलासी नेसार अहमद निवासी जौनपुर, लेबर अकरम निवासी साहगंज जौनपुर और फरार ट्रक मालिक जावेद निवासी जौनपुर के विरूध पशु क्रुरता के साथ अन्य नियम संगत धाराओं में चालान कर जेल भेजा जाएगा।
सरकार के फरमान के बाद भी नही रूक रही पशु तस्करी
कोतवाली पुलिस ने भले ही ट्रक में लदे पशुओं को पकड लिया लेकिन सवाल यही है कि ये पशु गाजीपुर जनपद से होकर स्थानीय नगर तक पुलिस के बिना मिली भगत के कैसे पहुंच गये।