गाजीपुर। पुलिस अधीक्षक महोदय के कुशल निर्देशन में रविवार को पुलिस लाइन स्थित परिवार परामर्श केंद्र में पति-पत्नी के विवाद से संबंधित कुल 30 मामलों की सुनवाई की गई। इनमें से 6 मामलों में दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता के माध्यम से समझौता कराकर उनकी विदाई कराई गई। 9 मामलों में मध्यस्थता विफल होने के कारण विधिक कार्रवाई का सुझाव देते हुए फाइलें बंद कर दी गईं, जबकि 9 अन्य मामलों में समाधान होने पर फाइलें बंद की गईं। शेष 6 मामलों में मध्यस्थता न होने के कारण अगली तिथि निर्धारित की गई।
इन प्रकरणों के निस्तारण में विक्रमादित्य मिश्र, वीरेंद्र नाथ राम, सोनिया सिंह, महिला सहायता प्रकोष्ठ प्रभारी शशि सिंह, उप निरीक्षक शशिधर मिश्रा, महिला मुख्य आरक्षी सुनीता गिरि, महिला आरक्षी रागिनी चौबे, महिला आरक्षी संध्या, आरक्षी शिव शंकर, महिला होमगार्ड विमला आदि की प्रमुख भूमिका रही। गौरतलब है कि परिवार परामर्श केंद्र गाजीपुर में नियमित रूप से ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाता है, जहां पति-पत्नी के विवादों का समाधान मध्यस्थता के माध्यम से कराया जाता है। पिछले माह आयोजित एक शिविर में भी 21 मामलों की सुनवाई की गई थी, जिसमें 4 मामलों में सफल मध्यस्थता कराई गई थी।