गाजीपुर। अप्रैल 2019 में शासन ने ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के उद्देश्य से मेडिकल मोबाइल यूनिट (एमएमयू) संचालित करने निर्णय लिया था जिससे कि सभी को चिकित्सा सुविधा मिल सके।
इसी क्रम में अप्रैल 2019 में ही जनपद में चार मेडिकल मोबाइल यूनिट भेजी गई थी जो लगातार समुदाय को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचा रही है। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये शासन की ओर से 10 जून 2020 को प्राप्त हुये दिशा निर्देश के कुछ दिनों के बाद से ही एमएमयू से कोरोना संभावित व्यक्तियों की जांच की जा रही है। पिछले एक सप्ताह से एमएमयू के माध्यम से कोरोना संभावित व्यक्तियों की स्वैब जांच की जा रही है। एमएमयू के माध्यम से रविवार तक 474 कोरोना संभावित व्यक्तियों की जांच की जा चुकी है। बीते सोमवार को 147 कोरोना संभावित व्यक्तियों की जांच की गई।
एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि कोविड-19 के चलते शासन ने निर्णय लिया है कि अब ग्रामीण इलाकों में मेडिकल मोबाइल यूनिट में कार्यरत मेडिकल स्टाफ के द्वारा कोरोना संभावित व्यक्तियों की स्वैब जांच कराया जाए जिससे कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का पता लगाया जा सके। मेडिकल मोबाइल यूनिट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमानिया, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनिया में सेवा प्रदान कर रही है। सोमवार तक एमएमयू के द्वारा 621 सैंपलिग की गई थी। उन्होंने बताया कि एमएमयू में एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट, एक लैब टैक्नीशियन (एलटी), स्टाफ नर्स, वार्ड बॉय का स्टाफ है जो चलते फिरते अस्पताल के रूप में शुमार है। इसकी मदद से ग्रामीण इलाकों में लगातार चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है।