जमानिया। नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्थित सभागार डब्लूएचओ एवं एनपीएसपी यूनिट द्वारा मंगलवार को वीपीडी कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसमें सीएचओ‚ सुपरवाइजर एवं एएनएम को प्रशिक्षित किया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एसके मिश्रा ने कहा कि खसरा, रूबेला, डिष्थीरिया, प्रट्सिस एवं नवजात टेटनस के संबंधित केस को तत्काल रिपोर्ट कर उसकी जांच करने के लिए बताया। उन्होंने बताया की बच्चों के पैर-हाथ के अलावा गर्दन, मुंह और स्पाइनल बोन में ये बीमारी मिल रही है। इससे शरीर का अंग पूरी तरह लूंजपुंज हो जाता है और काम करना बंद कर देता है। किसी भी उम्र के लोगों में एकाएक लुंजपुंज लकवा, खसरा या रुबेला, गलाघोट्, काली खांसी या नवजात टिटनेस से संबंधित लक्षण दिखाई दे तो तुरंत अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र या डब्लूएचओ के पदाधिकारी को सूचना दे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ रविरंजन ने कहा कि इन बीमारियों से संबंधित लक्षण पिछले 6 माह से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चे में अचानक शरीर के किसी भी हिस्से में कमजोरी अथवा किसी भी उम्र के व्यक्ति में लकवा जिसमें पोलियो की आशंका, बुखार के साथ चकत्ते या लाल दाना अथवा खसरा संक्रमण का संदेह होना, गले या टॉन्सिल में दर्द होना या खांसी के साथ आवाज का भारी होना, काली खांसी के तहत खांसी का लगातार होना, खाने के बाद सांस लेने की जोरदार आवाज होना, खाने के तुरंत बाद उल्टी होना होता हैं तो तुरंत नजदीकी अस्पताल को सूचना दें,वही अन्य रोगों संबंधित जैसे खसरा, रूबेला, डिप्थीरिया, प्रटुसिस एवं नवजात टिटनेस के संबंधित केस को तत्काल रिपोर्ट कर उसकी जांच कराने के लिए अवगत कराया। इस अवसर पर एसएमओ डॉ. विनय शंकर, डॉ. रवि रंजन, बीपीएम आसिफ जमाल, बीसीपीएम एखलाख, सुधीर शर्मा‚ धर्मराज, संदीप पांडेय आदि सहित सुपरवाइजर, सीएचओ, एएनएम आदि लोग उपस्थित रहे ।