
गाजीपुर। जमानियां और धरम्मरपुर को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण पक्का पुल ओवरलोड वाहनों की बेलगाम आवाजाही के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे एक बड़े हादसे की आशंका मंडरा रही थी। इस गंभीर मामले पर तब हरकत हुई जब उपजिलाधिकारी (SDM) जमानियां, ज्योति चौरसिया ने स्वयं मौके पर पहुंचकर पुल की जर्जर हालत का निरीक्षण किया और संबंधित विभागों को कड़ी फटकार लगाई।
एसडीएम ज्योति चौरसिया ने निरीक्षण के दौरान पुल की संरचना, ऊपरी सतह की स्थिति और यातायात व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। पुल की खतरनाक हालत को देखते हुए उन्होंने तत्काल लोक निर्माण विभाग (PWD), सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ARTO) और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर पुल की तत्काल मरम्मत कराने और इस पर ओवरलोडिंग को सख्ती से रोकने के निर्देश दिए। एसडीएम की इस तत्परता का असर तुरंत देखने को मिला। उनके सख्त निर्देश के बाद लोक निर्माण विभाग हरकत में आया और आनन-फानन में पुल के क्षतिग्रस्त हिस्सों पर तारकोल मिश्रित गिट्टी डालकर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया। विभाग द्वारा पुल की दरारों और गड्ढों को भरने का काम तेजी से किया जा रहा है। हालांकि, इस त्वरित मरम्मत के बावजूद एक बड़ा सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या प्रशासन पुल पर ओवरलोड वाहनों की आवाजाही पर प्रभावी रूप से रोक लगाने में सफल हो पाएगा? धरम्मरपुर-जमानियां पक्का पुल की वर्तमान स्थिति भविष्य में यातायात और लोगों की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। यदि प्रशासन द्वारा अब भी कठोर कदम नहीं उठाए जाते हैं, तो यह मरम्मत कार्य केवल एक अस्थायी ‘जुगाड़’ साबित हो सकता है। अब क्षेत्र की जनता की निगाहें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ओवरलोडिंग पर स्थायी रूप से अंकुश लगाएगा और पुल की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, ताकि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।