गाजीपुर । में एक युवक ने को गांव की लड़की से प्यार हो गया. उसका दोष सिर्फ इतना था कि उसने अपने से ऊंचे जाति की लड़की प्यार कर लिया. उसके बड़े भाई को हर दिन धमकी दी जाती कि अपने छोटे भाई को समझा लो नहीं तो हश्र बहुत बुरा होगा.
कहते हैं कि इश्क में जाति-धर्म छोटा-बड़ा कुछ नहीं दिखता. प्यार में पागल शख्स तो बस अपने प्रेमी और प्रेमिका को पाने में सारी जुगत लगा देता है, लेकिन कई बार उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर इलाके से ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां पर एक युवा अपने से ऊंचे बिरादरी की लड़की से इश्क करता था.
इसको लेकर लड़की के पिता और अन्य परिवार के लोगों ने युवक के भाई से बार-बार उसे समझाने को कहा था. साथ ही यह भी धमकी दी जाती थी कि यदि वो नहीं माना तो उसके साथ बहुत कुछ बुरा कर दिया जाएगा. एक दिन ऐसा ही उस युवक के साथ हो गया. सुबह-सुबह बड़े भाई को सूचना मिली उसका छोटा भाई लड़की के दरवाजे पर घायल अवस्था में पड़ा हुआ है. जब बड़ा भाई वहां पहुंचा तो तत्काल 112 को सूचना देकर उसे इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले गया.
हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने छोटे भाई को मृत घोषित कर दिया. वहीं मृत युवक के भाई ने उस वक्त कोई कार्रवाई नहीं की. युवक का हिंदू रीति-रिवाज से क्रिया कर्म करने के बाद भाई ने करीमुद्दीनपुर थाने में युवती के पिता-माता और अन्य लोगों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है.
मामला करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का है. यहां रहने वाले कमलेश कुमार गुप्ता ने थाने में शिकायत देकर एक ही परिवार के चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
कमलेश गुप्ता के दिए तहरीर के अनुसार, उनका छोटा भाई धीरज गुप्ता करीब 21 साल का था. उसका गांव की ही एक लड़की के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था. इसको लेकर लड़की के पिता और उसके परिवार की तरफ से आए दिन कमलेश को धमकी दी जाती थी.
कहा जाता था कि अपने भाई को समझाओ नहीं तो इसका हश्र बहुत ही बुरा होगा. अगर वो नहीं माना तो जान से भी हाथ धो बैठेगा. इसी दौरान 6 अक्टूबर को कमलेश अपने घर पर मौजूद थे. उसी समय लड़की के परिवारवालों ने उन्हें बुलाकर डराया और धमकाया. उसी दिन रात में कमलेश के भाई के मोबाइल पर एक फोन आया. इसके बाद वह रात में ही कहीं चला गया. कमलेश भी खाना पीना खाकर वह सो गए. जब सुबह करीब 5:00 बजे गांव के ही एक शख्स ने कमलेश को बताया कि उनका भाई लड़की के दरवाजे पर लेटा पड़ा हुआ है.
लड़की के घर पहुंचे मृतक के घरवाले
दरवाजे पर लेटे हुए सुनकर कमलेश और उनका पूरा परिवार लड़की के दरवाजे पर पहुंच गया. वहां पर उनका भाई घायल पड़ा हुआ था. इसके बाद उसने तत्काल 112 को कॉल किया और भाई को इलाज के लिए पास के स्वास्थ्य केंद्र लेकर गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
कमलेश ने इस घटना के बाद अपने भाई का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसका अंतिम संस्कार और क्रिया-कर्म पूरा किया. 22 अक्टूबर को अपने भाई के मौत को लेकर लड़की, उसके पिता उसकी माता और एक अन्य के खिलाफ करीमुद्दीनपुर थाने में तहरीर दिया. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.