बाढ़ प्रभावित क्षेत्र भ्रमण कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र भ्रमण कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गाजीपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर अवलोकन किया। इसके उपरान्त उन्होंने गहमर इण्टर कालेज मे बाढ़ प्रभावित 186 परिवारों को राहत सामग्री वितरित की तथा प्रभावित लोगों से बाढ़ राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की।

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तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ जनपद गाजीपुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग द्वारा बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पशुओं के चारे, भूसे तथा दवाओं की समुचित व्यवस्था की जाए तथा  जिन ग्रामों में अभी भी बाढ का पानी है, वहां के निवासियों को सुरक्षित जगह पहुंचाने की व्यवस्था की जाए एवं पानी से घिरे  गांवों के निवासियों को राहत शिविर के माध्यम से राहत पैकेट वितरित किए जाएं। उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के प्रत्येक गंाव का निरीक्षण करने तथा वहां पर्याप्त राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बाढ़ का पानी कम होने पर स्वच्छता व सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। बाढ़ प्रभावितों को हर हाल में समय पर राहत समाग्री सुनिश्चित की जाए। खाद्यान्न की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए एवं बाढ़ पीड़िताें को फूड पैकेट्स वितरित किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान बताया कि राजस्थान , मध्य प्रदेश हरियाणा से अत्यधिक जल छोडे जाने के कारण उ0प्र0 के गंगा , यमुना एंव अन्य नदियो  में बाढ की समस्या हुई है। गाजीपुर में गंगा नदी के तटवर्ती इलाको में बाढ के कारण 32 राजस्व ग्राम प्रभावित हुए है जिनके कारण इन राजस्व ग्राम के लगभग 1.5 लाख तक की आबादी बाढ से प्रभावित हुई है। उन्होने बताया कि बाढ से प्रभावित परिवारो को हर सम्भव सहायता उपलव्ध करायी जा रही है। जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक बाढ प्रभावित परिवारो को राहत समाग्री पहुचाई जा रही है। युद्ध स्तर पर कार्य चल रहे है। जनपद के बाढ प्रभावित ग्रामों मे  एस0डी0आर0एफ0/एन डी आर एफ व पुलिस बल की तैनाती की गयी हैं तथा लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जा रही है। जनपद मे बाढ प्रभावित क्षेत्रो मे बाढ़ चौकियों की स्थापना की गयी । लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किए गये हैं  तथा बाढ़ राहत शिविरों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला आरक्षीयो की तैनाती की गयी हैं। जिन-जिन परिवारो के घरो में बाढ का पानी भर गया गया है उन्हे राहत शिविरों मे लाकर उन्हे सहायता दी जा रही है तथा उन्हे राहत समाग्री एंव फूड पैकेट्स उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होने बताया कि जिला प्रशासन को निर्देश दिये गये है कि हर एक बाढ प्रभावित ग्रामो में नामित नोडल अधिकारी की तैनाती को और पुख्ता किये जाने की आवश्यकता है। प्रभावित परिवारो मे राहत समाग्री पर्याप्त एवं समय से वितरित किये जाने हेतु निर्देशित किये गये है। उन्होने यह भी बताया कि रात्रि से ही नदी का पानी स्थिर हुआ है तथा पानी बढने  की संभावना कम हुई है। जिसमें अभी और सतर्कता बरतने की जरूरत है। कटान नदी के तटवर्ती क्षेत्रो में हो सकता है इस हेतु सिचाई विभाग के अधिकारियों को पूर्व में ही कटान अवरोधक कार्य तत्परता के साथ पूर्ण कराने का निर्देश दिये गये जिसके लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध है। इसमें किसी स्तर की कोताही न बरती जाये। उन्होने बताया कि जनपद के जनप्रतिनिधि राहत कार्याे में बढ चढ कर भाग ले रहे है। उन्होने जनप्रतिनिधियों से  सुरक्षित माहौल में बिना  भेदभाव के बाढ प्रभावित लोगो से मिलकर उन्हे राहत समाग्री वितरण करने को कहा।

मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी एम पी सिंह ने आबादी एंव कृषि क्षेत्र दोनो के दृष्टिकोण से प्रभावित ग्रामो की संख्या से अवगत कराते हुए बताया कि  जनपद गाजीपुर में कुल 32 ग्राम बाढ से प्रभावित है । उन्होने बताया कि बाढ से प्रभावित परिवारो में अबतक गेहॅू 1005.87 कुन्तल एंव चावल 670.61 कुन्तल वितरित किया गया है। जनपद में राहत कार्य हेतु 282 बाढ चौकियो तथा 17 बाढ राहत केन्द्र की स्थापना की गयी है। जनपद में 54 मझोली, 275 बड़ी नाव की व्यवस्था की गयी है साथ ही बचाव व राहत कार्य हेतु 48 गोताखोरो की तैनाती की गयी है। इसके अतिरिक्त बाढ से बचाव हेतु एक प्लाटून पी ए सी (जल पुलिस) रेवतीपुर  एंव तहसील सेवराई मे तैनात की गयी है जिनके पास चार स्टीमर युक्त रबरबोट्स है। उन्होने बताया कि बाढ ग्रस्त इलाको में 30 पशु राहत केन्द्र बनाये गये है जिनमे 180 कुन्तल भूसा वितरित किया गया है एंव 1040 पशुओ को अभी तक उपचारित तथा 14668 पशुओ का टीकाकरण किया गया है। जनपद मे पर्याप्त मात्रा में एण्टी स्नैक वेनम उपलब्ध है। कण्ट्रोल रूम में 08-08 घण्टे की 03-03 कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। इसी प्रकार सभी तहसीलों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। जनपद की सभी तहसीलों के जिन ग्रामों में बाढ़ की सम्भावना थी, उनमें मुनादी कराकर चेतावनी का प्रसारण कराया गया है एवं लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। सभी बाढ़ प्रभावित ग्रामों में राहत टीम के साथ मेडिकल टीम भी भ्रमण कर लोगों को आवश्यक उपचार उपलब्ध करा रही है। साथ ही, ओ0आर0एस0 एवं क्लोरीन की टैबलेट का भी वितरण किया जा रहा है। । प्रत्येक बाढ़ ग्रसित क्षेत्र के चिकित्सालयों पर पर्याप्त मात्रा में औषधियां उपलब्ध हैं। बाढ़ से बचाव हेतु ब्लॉक स्तर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, विघायक जमांनियां सुनिता सिह, विधायक मुहम्मदाबाद अलका राय, विधायक सदर संगीता बलवन्त, पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष प्रभुनाथ चौहान, जिला अध्यक्ष भा0ज0पा0 भानुप्रताप सिंह,मण्डलायुक्त वाराणसी मण्डल, वाराणसी दीपक अग्रवाल, आई0जी0 रेन्ज वाराणसी एस0के0 भगत, जिलाधिकारी एम0पी0 सिंह, पुलिस अधीक्षक डा0 ओ0पी0 सिंह,  मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता, समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार एवं समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।