गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने आज विकास खंड बाराचवर के अंतर्गत ग्राम पंचायत ताजपुर डेहमा मॉडल गांव का निरीक्षण कर वहां विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूह शेड, अमृत सरोवर तालाब और आरआरसी सेंटर का फीता काटकर तथा दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि अमृत सरोवर तालाब न केवल जल संरक्षण में सहायक है बल्कि यह गांव के लिए एक आकर्षण का केंद्र भी है, जहां लोगों के टहलने और बैठने की व्यवस्था है। उन्होंने जोर दिया कि जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए इस तरह के प्रयास अत्यंत आवश्यक हैं।जिलाधिकारी ने महिलाओं की आजीविका को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए स्वयं सहायता समूह शेड की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इन शेड्स में महिलाएं सुरक्षित माहौल में कार्य कर अपनी आय बढ़ा सकती हैं। यह पहल महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके साथ ही गांव में स्थापित आरआरसी सेंटर के माध्यम से कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने ग्रामवासियों से अपील की कि वे गांव को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए कूड़ा केवल निर्धारित डस्टबिन में ही डालें। उन्होंने बताया कि गांव में आंगनबाड़ी केंद्र भी तैयार किया गया है, जिसमें 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई गई है। कायाकल्प योजना के तहत यहां के स्कूल को सभी मानकों के अनुरूप विकसित किया गया है, जिससे यह ब्लॉक और जनपद का मॉडल स्कूल बन गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाराचवर ब्लॉक को नीति आयोग और उत्तर प्रदेश सरकार ने महत्वाकांक्षी ब्लॉक में शामिल किया है। इसलिए हर क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हुए इसे विकास के शीर्ष पर पहुंचाना आवश्यक है। उन्होंने ग्राम प्रधान से ग्राम चौपाल लगाकर ग्रामीणों को इन योजनाओं के बारे में जागरूक करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र सरोज, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव, डीसी मनरेगा, जिला पंचायत राज अधिकारी अंशुल मौर्य, खंड विकास अधिकारी बाराचवर, ब्लॉक प्रमुख, एडीओ पंचायत, ग्राम प्रधान समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारी और ग्रामीण उपस्थित रहे।