गाजीपुर। दुल्लापुर थाना क्षेत्र के सिखड़ी गांव के गेल्हना मौजे में स्थित गंगाधर तिवारी और चंद्रिका चौबे में भूमि विवाद को लेकर काफी दिनों से तनातनी का माहौल चल रहा था। तथा भूमि विवाद का मामला वाराणसी कमिश्नरी कोर्ट में भी विचाराधीन है। पूर्व में भी कई बार उप जिलाधिकारी द्वारा समझौता कराए जाने का प्रस्ताव किया गया लेकिन समझौता नहीं हो सका। इसी मामले को लेकर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, उप जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा और पुलिस फोर्स के साथ 12:30 बजे भूमि विवाद के स्थलीय निरिक्षण किए। उपस्थित दोनों पक्षों के बीच गंगाधर तिवारी ने बताया कि हमारा चक में दीवार का निर्माण किया है। और अधिकारियों के बीच जो पत्थर गड़ी हुई थी उसको भी विपक्षी चंद्रिका चौबे पुत्र स्व. रामउग्रह चौबे, कृष्ण कुमार चौबे पुत्र चंद्रिका चौबे व दिव्यांश चौबे पुत्र धनंजय चौबे ने
पत्थर गड्डी उखाड़ कर फेंक दिया। जिसका केस दुल्लहपुर थाना में दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने दोबारा नापी करके पत्थर गढ़ी और दीवार को तोड़ने का आदेश दिए। इसके बाद पुलिस यह मौजूदगी में लेखपाल पत्थर गड़ी का कार्य किया
है। इस मामले मे विपक्षी चंद्रिका चौबे ने कहा कि मेरे घर के सामने आबादी की भूमि है जिसको विपक्षी निर्माण कार्य करने से रोकते हैं।
जिसका वाराणसी कमिश्नरी मे मुकदमा विचाराधीन है मेरे साथ न्याय नहीं हो रहा है। इस मौके पर दुल्लहपुर थाना अध्यक्ष केपी सिंह, प्रधान प्रतिनिधि वीरेंद्र यादव, राजू राजभर, डॉ रामविलास यादव, अंजनी तिवारी, लेखपाल अभिषेक सहित अन्य ग्रामीण भी मौजूद रहे।