गाजीपुर। दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के सिखड़ी गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कभी अपने दुर्दशाओं को लेकर चर्चा में रहता था लेकिन आज एनम की बड़ी लापरवाही के चलते नवजात की मौत हो गई।जबकि प्रसूता आईसीयू में भर्ती करना पड़ा।
आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने नवजात के शव को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बवाल मचाया।इसके बाद पहुंचे नोडल अधिकारी शिशिर शैलेश ने एनम के पक्ष में बात करने पर परिजनों पर ही दोषी ठहरने पर ग्रामीण आग बबूला हो गए। और नारे लगाने के बाद गांव के पास हमिद मार्ग को जाम कर दिया। तत्काल नोडल अधिकारी शिशिर शैलेश और दुल्लहपुर थानाध्यक्ष कृष्ण प्रताप सिंह ने तहरीर लेकर कार्रवाई करने के निर्देश के बाद 35 मिनट बाद जाम समाप्त हुआ।
परिजनों ने बताया की बिरनो थाना क्षेत्र के घनश्यामपुर चक दाऊद के रहने वाले देवरान जेठान खुशबू चौहान पत्नी संदीप चौहान 22 वर्ष और प्रीति चौहान पत्नी अच्छेलाल चौहान 24 वर्ष दोनों की डिलीवरी करने के लिए 21 सितंबर को सुबह 11:00 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य सिखड़ी पर ले गए ।जँहा एनम कंचन देवी के राम भरोसे चलती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसूता कों भर्ती कर बोतल और इंजेक्शन लगाया और रात 12:00 तक डिलीवरी करने का उम्मीद जाहिर की है।
रात 10:00 प्रसूता खुशबू चौहान पत्नी संदीप चौहान को डिलीवरी करने के दौरान ऑपरेशन कर दिया। फिर ब्लडिंग ज्यादा होने से एनम घबरा गई और इधर-उधर हॉस्पिटलों पर ले जाने की सलाह देने लगी। इससे उपस्थित परिजन भी पूरी तरह से घबरा गए और आनन -फानन में दोनों प्रसूता को फातिमा हॉस्पिटल मऊ ले गए। जहां फातिमा हॉस्पिटल के चिकित्सक ने खुशबू के नवजात बच्चे को पेट में ही मृत बताया इसके बाद परिजनों ने तत्काल खुशबू की जान बचाने की सलाह दी। और चिकित्सकों ने ऑपरेशन करके नवजात बच्ची का शव बाहर निकाला। और दोनों प्रसूता को आईसीयू में भर्ती कर दिया। प्रसूता खुशबू चौहान के पति संदीप चौहान अपने पहले नवजात बच्ची का शव लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे और एनम कंचन देवी पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरना पर बैठ गए। धीरे-धीरे ग्रामीणों की संख्या बढ़ती गई। एनम ने कुछ लोगों से मिली भगत करके समझौता करने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित परिजन नहीं माने ।सूचना मिलते ही नोडल अधिकारी सीसी शैलेश ने पहुंचकर एनम को बचाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण भड़क गए। और हमिद मार्ग पर सड़क जाम कर दिया।
इस संबंध में नोडल अधिकारी डॉ शिशिर शैलेश ने बताया कि पीड़ित का आवेदन लेने के बाद एनम सेंटर को बंद किया गया। और परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। जांच कर कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
थानाध्यक्ष कृष्णप्रताप सिंह ने कहा कि पीड़ित पक्ष का तहरीर मिला है पंचनामा करने के बाद नवजात शिशु का शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। जांच के बाद केस की जाएगी