गाजीपुर। मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य की अध्यक्षता में “टीबी मुक्त भारत अभियान” की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में संपन्न हुई। बैठक में 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान और विभिन्न ब्लॉकों की क्षय रोग प्रगति रिपोर्ट का मूल्यांकन किया गया।
बैठक में बताया गया कि वैश्विक स्तर पर 2030 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित है, जबकि भारत में इसे 2025 तक समाप्त करने का उद्देश्य प्रधानमंत्री ने तय किया है। चर्चा के दौरान टीबी के लक्षण, इसके फैलने के कारण, जांच प्रक्रिया, निक्षय पोषण योजना, और जोखिम वाले समूहों के बारे में जानकारी दी गई। संबंधित विभागों को उनके कार्य और दायित्व स्पष्ट किए गए।
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, 100 दिन की अभियान योजना को अब सभी जिलों में शुरू किया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी मेडिकल मोबाइल वैन को गांव-गांव जाकर बलगम और अन्य परीक्षणों में तेजी लाने के निर्देश दिए। आशा और सीएचओ को संभावित मरीजों की पहचान और जांच सुनिश्चित करने को कहा गया।
सरकारी निर्देश:
- टीबी मरीजों को सभी सरकारी सुविधाएं शत-प्रतिशत उपलब्ध कराई जाएं।
- टीबी के मरीजों का खोज अभियान तेजी से चलाया जाए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील पांडेय, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र सरोज, परियोजना निदेशक राजेश यादव, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस बैठक ने टीबी उन्मूलन के लिए समन्वय और ठोस रणनीति बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया।