गाजीपुर। देशभर में कोरोना पॉज़िटिव की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए कुछ घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे की मदद से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सकता है। इन दिनों किराने की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। जहां पर यह सामान बहुत ही कम लागत में और आसानी से उपलब्ध हो जा रहे हैं। इन घरेलू औषधियों को कूटकर एक पोटली बनाकर घर की महिलाएं घर के बाहर जाने वाले पुरुषों को इस हिदायत के साथ दे रही हैं कि उसे समय-समय पर सूंघते रहा जाए जिससे सांस नलियों में सूजन नहीं होगी और उनमें कोई अवरोध न होने से ऑक्सीजन की कमी भी नहीं होने पाएगी।
इस बारे में क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉ0 आनन्द विद्यार्थी का कहना है कि कपूर, लौंग, अजवाइन और यूकेलिप्टस के तेल या जायफल को कूटकर एक पोटली बना लें और उसे दिन भर सूंघते रहें । ऐसा करने से सांस नली में सूजन या कंजेशन की स्थिति नहीं होने पाएगी, जिससे न होने से अंततः ऑक्सीजन की कमी भी नहीं होने पाएगी। इस तरह की पोटली लद्दाख में भी पर्यटकों को दी जाती है जब उनका ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है। यह एक घरेलू नुस्खा है। सांस से जुड़े हल्के-फुल्के इंफेक्शन के मामले में यह थेरेपी आपको अच्छा महसूस करने में मदद कर सकती है।
सोशल मीडिया पर भी कपूर, लौंग और अजवाइन के साथ जायफल को कूटकर एक पोटली बनाकर बार-बार सूंघे जाने का वायरल पोस्ट हो रहा है। इस पोस्ट में कहा जा रहा है कि कपूर, लौंग, अजवाइन और यूकेलिप्टस के तेल या जायफर को मिलाकर सूंघने से सांस नली में कंजेशन यानी सूजन की समस्या को दूर कर ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद मिलती है।
एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे लेने के बाद भी अगर सांस लेने में दिक्कत या ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही है तो डॉक्टर से उचित परामर्श जरूर लें।