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जमानियाँ (गाजीपुर)। गंगा के भयावह विभीषिका से नगर के निचले हिस्से सहित तटवर्ती इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। गंगा के रौद्र रुप से जलस्तर खतरे के निशान से काफी उपर हो गया है। एक सेन्टीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही गंगा का जलस्तर अपराह्न 4 बजे तक 63.420 मीटर होकर जलस्तर स्थिर हो गया है। लगातार बढ़ रहा जलस्तर से तटवर्ती इलाकों के निचले हिस्सों में बाढ़ का पानी आ गया है जिससे लोग काफी भयभीत हो गये है। स्थानीय नगर के बलुआ घाट स्थित श्मशान घाट पूरी तरह डूब गया है तथा पानी साई मंदिर की कुछ सीढ़ी को डूबा दिया है। बाढ़ आने पर घर गृहस्थी सहित पशुधन को बचाना पशुपालकों के सामने एक बड़ी चुनौती होगी। लेकिन जलस्तर स्थिर होने से तटवर्ती इलाकों के लोगों ने राहत की सांस लिए है। लेकिन जलस्तर कब बढ़ने लगेगा यह अभी कोई नहीं जानता।
ज्ञात हो कि गंगा के तटवर्ती इलाकों में ग्राम रामपुर पट्टी, सरनाम खॉ, पाह सैयदराजा, कालनपुर, मलसा, देवरियाँ, पाह सैय्यदराजा, सब्बलपुर, मंझरीया, चितावनपट्टी, राघोपुर, जगदीशपुर व रघुनाथपुर बाड़, जीवपुर बाड़, सब्बलपुर बाड़, मतसा बाड़, देवरिया बाड़ सहित कई आबादी क्षेत्रों में बाढ़ आ जाता है। जिससे तटवर्ती इलाकों के लोगों की नजर गंगा के जलस्तर पर पैनी बनी हुई है। बाढ़ आते ही अपने पशुधन सहित घर-गृहस्थी को बचाया जा सके। प्रशासन लगातार गंगा के बढ़ते जलस्तर की स्थिति को देख काफी गम्भीर है तथा तटवर्ती इलाकों का दौरा भी बढ़ा दिया है। इसके साथ ही चिन्हित स्थानों पर बाढ़ चौकी की स्थापना कर लेखपालों को निर्देशित किया जा चुका है तथा बाढ़ शरणालय को भी क्रियाशील कर दिया गया।
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