
गाजीपुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने विशिष्ट बीटीसी 2001 व 2004 के शिक्षकों को पुरानी पेंशन, शिक्षकों को पदोन्नति व प्रोन्नत वेतनमान देने और गर्मी को देखते हुए स्कूलों का समय बदलने की मांग को लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। संघ ने निर्णय लिया है कि जिले भर के शिक्षक आगामी 1 मई को गाजीपुर बीएसए कार्यालय पर धरना देंगे।
यह महत्वपूर्ण निर्णय शुक्रवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ देवकली के ब्लॉक अध्यक्ष दीपक जायसवाल और मंत्री रणजीत कुमार सहित ब्लॉक कार्य समिति के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक में लिया गया। ब्लॉक अध्यक्ष दीपक जायसवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में यह भी तय किया गया कि शिक्षकों की मांगों के समर्थन में 1 मई को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर बीएसए कार्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके पश्चात, जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा, जिसमें शिक्षकों की प्रमुख मांगों का उल्लेख होगा। संघ द्वारा उठाई गई प्रमुख मांगों में विशिष्ट बीटीसी 2001 व 2004 और अन्य ऐसे शिक्षक जिनकी भर्ती का विज्ञापन 1 अप्रैल 2005 से पहले जारी हुआ था, लेकिन उनकी नियुक्ति बाद में हुई, उन्हें पुरानी पेंशन योजना का लाभ देना शामिल है। इसके अतिरिक्त, भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों का समय सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक करने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई है। शिक्षकों ने पदोन्नति और प्रोन्नत वेतनमान देने के साथ ही जिले के अंदर आपसी तबादलों में प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के बीच भी तबादले की व्यवस्था लागू करने की मांग की है। इसके अलावा, सामान्य तबादलों को शुरू करने और एक जिले से दूसरे जिले में आपसी तबादलों में वरिष्ठता के आधार पर कम से कम 50% अंक निर्धारित करने का भी आग्रह किया गया है।संघ के महामंत्री रणजीत कुमार ने बताया कि आकांक्षी जिलों के शिक्षकों को भी सामान्य तबादले का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने मानव संपदा पोर्टल में आवश्यक सुधार करने, नामांकन के लिए बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के नियमों में ढील देने और दिव्यांग भत्तों की बढ़ी हुई राशि का भुगतान सुनिश्चित करने की मांग को भी धरने में शामिल करने की बात कही।
बैठक में शिवकुमार राम, रुपेन्द्र कुमार दूबे, दिग्विजय सिंह, सिद्धार्थ सिंह, संतोष सिंह यादव, ओमप्रकाश त्यागी, सुनीता कुमारी, संतोष कुमार, चन्द्रशेखर सिंह यादव, अखिलेश कुमार यादव, वीरेन्द्र कुमार मौर्य, दिवाकर सिंह काकन, राजेश सिंह, रुखसाना खातून, महेंद्र प्रताप यादव, अजय कुमार सिंह यादव, संजय कुमार मौर्या, मंजीत कुमार, अवधेश नारायण सिंह यादव, घनश्याम प्रसाद, अवनीश कुमार शीतल, अरविन्द कुमार, सत्येन्द्र कुमार, आत्मप्रकाश, जियाउल मुस्तफा, देवमुनि राम, शमशेर सिंह, अमरदीप, जन्मेजय सिंह, तिलकधारी सिंह यादव, अरविन्द कुमार राय, वीर बहादुर यादव, शैलेन्द्र सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, विनोद कुमार पाण्डेय, संतोष कुमार यादव, पारसनाथ सिंह चौहान, चन्दन सिंह, धनंजय सिंह लालजी यादव, धर्मदेव सिंह कुशवाहा, सत्येन्द्र लाल, धिरेन्द्र प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार गुप्ता आदि सहित बड़ी संख्या में शिक्षक पदाधिकारी उपस्थित रहे।
शिक्षकों के इस आंदोलन से शिक्षा विभाग में हलचल मच गई है और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि उनकी मांगों पर सरकार की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है।