
गाजीपुर। स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित दो दिवसीय मौन साधना एवं व्यक्तित्व परिष्कार प्रशिक्षण शिविर का सोमवार को समापन हो गया। शिविर में शामिल 24 युवाओं ने आत्म-सुधार के साथ-साथ समाज-सुधार का भी संकल्प लिया।
इस विशेष प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने योग, ध्यान और यज्ञ जैसी गतिविधियों में भाग लिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने 36 घंटे की मौन साधना में लीन होकर आत्मचिंतन और आंतरिक शक्ति का अनुभव किया। वाराणसी से आए प्रशिक्षक विद्याधर मिश्रा और वृजेश कुमार ने शिविरार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए युवाओं के लिए सही दिशा दिखाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सामाजिक परिवेश युवाओं को दिग्भ्रमित कर रहा है, जिससे वे अपने जीवन के वास्तविक उद्देश्यों से भटक रहे हैं। इसका मुख्य कारण युवाओं में आत्मज्ञान, आत्मविश्वास और संकल्प शक्ति की कमी है।
प्रशिक्षकों ने मौन साधना और व्यक्तित्व विकास जैसे कार्यक्रमों को युवाओं के लिए आत्मबल, संयम, अनुशासन और देशभक्ति की प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के ‘उज्ज्वल भारत निर्माण’ के स्वप्न को साकार करने की दिशा में इस प्रशिक्षण को एक महत्वपूर्ण कदम बताया। समापन समारोह में क्षितिज श्रीवास्तव के प्रेरणादायक संगीत ने सभी में नई ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम का सफल आयोजन मुख्य ट्रस्टी सुरेन्द्र सिंह के कुशल प्रबंधन के कारण संभव हो सका। इस अवसर पर माधव कृष्ण, ओमनारायण राय, मारुति राय, विजय श्रीवास्तव, अभिषेक राय, गौरीशंकर राय, देवेन्द्र सिंह, मदन मोहन शर्मा, मनोज जायसवाल और नीतू राय समेत अनेक साधक उपस्थित थे। यह प्रशिक्षण शिविर न केवल आत्मिक शांति और व्यक्तिगत विकास का मंच बना, बल्कि इसने युवाओं में राष्ट्र निर्माण की भावना को भी मजबूत करने का महत्वपूर्ण कार्य किया।