गाजीपुर।-माननीय राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशों के अनुपालन में आज दिनांक 01.12.2021 को जिला कारागार, गाजीपुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर की पूर्णकालिक सचिव, सुश्री कामायनी दूबे, द्वारा विश्व एड्स दिवस पर शिविर का आयोजन एवं जेल का निरीक्षण किया गया।
बंदियों से निःशुल्क अधिवक्ता, जेल लोक अदालत तथा उनकी जेल अपील से संबंधित अन्य समस्याएं पूछी गयी एवं उनके यथोचित अधिकार हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। बंदियों को उनके संवैधानिक अधिकारों के विषय में विस्तृत जानकारी दी गयी तथा मा0 उच्चतम न्यायालय के द्वारा प्रतिपादित विधि व्यवस्था अरनेश कुमार बनाम बिहार राज्य के महत्वपूर्ण बिन्दू पर प्रकाश डाला गया। कारागार अधीक्षक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कुल 1011 बंदी निरूद्ध है। जिसमें 904 पुरूष, 38 महिला बंदी निरूद्ध है व 69 अल्पवयस्क है। सुबह का नाश्ता- दलिया, चाय दोपहर का भोजन-रोटी, चावल, उर्द एवं राजमा की दाल सब्जी (आलू, पालक), शाम का भोजन-रोटी, चावल, अरहर की दाल, सब्जी (आलू, पालक)।
सचिव महोदया ने बताया कि हर साल 01 दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मानने के पीछे का उद्देश्य एड्स के बारे में हर उम्र के लोगो के बीच जागरूकता बढ़ाना है। सबसे पहले विश्व एड्स दिवस को वैश्विक स्तर पर मानने की शुरूआत ने अगस्त 1987 में की थी। विश्व एड्स दिवस के लिए हर साल एक नई थीम रखी जाती है। इस साल की थीम ”असमानताओं को समाप्त करें, एड्स की अंत करें” है। सिद्धदोष बंदी, विचाराधीन बंदी के अन्तर्गत निरूद्ध बंदी को कोविड-19 को देखते हुए नए बंदियों को पहले आइसोलेट रखने के साथ ही संदिग्ध लक्षण होने पर जांच और सेनेटाइजेशन के निर्देश दिए। सचिव ने जेल के कई बंदियों से बात कर उनकी समस्याओं को समझने के साथ ही उनके निस्तारण का निर्देश दिया। सचिव ने कारापाल को जिला कारागार में स्थित जेल लीगल क्लीनिक पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए ताकि जेल में निरूद्ध बंदियों को समय से व समुचित विधिक सहायता प्राप्त हो सके। इस अवसर श्री शिवकुमार यादव, कारापाल, श्री रविन्द्र यादव, डिप्टी जेलर, गाजीपुर, जेल विजिटर श्री घनश्याम लाल श्रीवास्तव एवं विधिक प्रकोष्ठ अधिवक्ता श्रीमति खुर्शीदा बानों उपस्थित रहे।