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गाजीपुर। गोराबाजार पी.जी. कॉलेज में अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ तथा विभागीय शोध समिति के तत्वावधान में शनिवार को सेमिनार हॉल में पूर्व शोध प्रबंध प्रस्तुत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक, शोधार्थी व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
संगोष्ठी में विज्ञान संकाय के अंतर्गत वनस्पति विज्ञान विषय के शोधार्थी अमरजीत सिंह ने अपने शोध प्रबंध “स्टडीज ऑन वोलेटाइल एक्टिविटी ऑफ सम हायर प्लांट्स अगेंस्ट फंगल डिटीरिओरेशन ऑफ पिजन पी (कजनस कजान एल.) ड्यूरिंग स्टोरेज” पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि उनके शोध में भंडारण के दौरान अरहर के बीजों को नुकसान पहुंचाने वाले कवकों के विरुद्ध विभिन्न उच्च पौधों जैसे नीम, नीलगिरी और पवित्र तुलसी में उपस्थित वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों के प्रभाव का अध्ययन किया गया। अध्ययन में पाया गया कि ये वाष्पशील कार्बनिक यौगिक फफूंदी की वृद्धि और विकास को प्रभावी रूप से रोकने में सक्षम हैं। साथ ही, ये पदार्थ भंडारण के दौरान अरहर के बीजों की गुणवत्ता, अंकुरण क्षमता और पोषण संरक्षित रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रस्तुति के उपरांत विभागीय शोध समिति, अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ तथा उपस्थित प्राध्यापकों और शोधार्थियों द्वारा शोध से संबंधित प्रश्न पूछे गए, जिनका शोधार्थी ने संतोषजनक उत्तर दिया। तत्पश्चात, महाविद्यालय की विभागीय शोध समिति एवं अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ के सदस्यों ने शोध प्रबंध को विश्वविद्यालय में जमा करने की संस्तुति प्रदान की।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय, अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ के संयोजक प्रो. (डॉ.) जी. सिंह, प्रो. (डॉ.) अरुण कुमार यादव, प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार, प्रो. (डॉ.) एस.डी. सिंह परिहार, डॉ. रामदुलारे, डॉ. हरेंद्र सिंह, शोध निर्देशक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. जे.के. राव, डॉ. इन्दीवर पाठक, प्रो. (डॉ.) रविशंकर सिंह, डॉ. प्रतिमा सिंह सहित अन्य प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जी. सिंह ने किया और अंत में डॉ. जे.के. राव ने सभी का आभार व्यक्त किया।