जमानिया। रेल यात्रियों की सुविधा और सहूलियत के लिए स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पूछताछ केंद्र एवं कोच इंडिकेशन लगाये गये है। लेकिन इसके बंद हो जाने से समस्या खड़ी हो गई है। शनिवार की सुबह करीब 7 बजे यात्रियों ने पूछताछ केंद्र एवं कोच इंडिकेशन बंद रहने एवं ट्रेनों की जानकारी न मिल पाने से जम कर हंगामा किया।
ज्ञात हो कि स्थानीय स्टेशन से एक दर्जन जोड़ी से अधिक ट्रेनों का संचालन होता है। बीते 30 नवंबर की रात 12 बजे से स्थानीय स्टेशन पर पूछताछ केंद्र बंद कर दिये गये है। रेलवे द्वारा पूछताछ केंद्र का संचालन निजी एजेंसी के माध्यम से किया जा रहा था। 30 नवंबर की रात 12 बजे संबंधित एजेंसी का रेलवे से कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया। जिसके बाद से पूछताछ केंद्रों को संबंधित एजेंसी द्वारा बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से पूछताछ सहित कोच इंडिकेशन सुविधा भी बंद है। जिससे यात्री परेशान है। सुबह विभिन्न स्थानों पर जाने के लिए यात्री रेलवे स्टेशन पर पहुंचे जहां कोहरा अधिक था और अनाउंसमेंट न होने से ट्रेनों की जानकारी नहीं हो पा रही थी। जिसके बाद बडी संख्या में यात्री पैनल रूम पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद रेलवे के कर्मचारियों ने हंगामा कर रहे यात्रियों को किसी तरह से समझा बुझा कर वापस किया। लेकिन यह सिलसिला 1 दिसंबर से ही प्रतिदिन चल रहा है। यात्रियों का कहना है कि युवा तो मोबाईल आदि में ट्रेनों की जानकारी ले रहे है लेकिन बुजुर्ग एवं महिलाएं आज भी पुरानी पद्धति के आधार पर ही यात्रा करते है और प्लेटफार्म पर बुजुर्ग‚ महिला ट्रेन की जानकारी के लिए भटक रहे है। कई बार इन बुजुर्गो एवं महिलाओं की ट्रेन सामने से गुजर जाती है और उन्हें पता नहीं चल पाता की इसी ट्रेन से उन्हें यात्रा करना था।
टिकट काउंटर पर भीड़ में धक्के खाने के बाद भी अधिकतर यात्रियों को समय से सूचनाएं नहीं मिल पाईं। जबकि ट्रेनों के कैंसिलेशन, लेटलतीफी और शादियों के मौसम के चलते इस पूछताछ काउंटर की सबसे ज्यादा जरूरत है। बावजूद इसके महकमे के अधिकारी बेपरवाह बने रहे। इस संबंध में स्टेशन मास्टर गणेश ने बताया कि पूछताछ केंद्र बंद हो जाने से कमोवेश प्रतिदिन पैनल रूम में विवाद हो रहा है और यात्री ट्रेनों के आवागमन की जानकारी लेने के लिए परेशान रहते है। वही यात्रियों के पैनल रूम में आ जाने से ट्रेनों के संचालन में भी दिक्कत आ रही है।