
जमानिया। एंटी करप्शन टीम की कार्यप्रणाली के विरोध में शनिवार को तहसील परिसर में लेखपाल संघ के सैकड़ों सदस्यों ने संपूर्ण समाधान दिवस का बहिष्कार करते हुए धरना दिया। जिला अध्यक्ष रमेश राम के नेतृत्व में लेखपाल तहसील गलियारे में जमा हुए और अपनी नाराजगी जाहिर की। लेखपालों ने उपजिलाधिकारी अभिषेक कुमार को मांग पत्र सौंपते हुए कासिमाबाद तहसील के लेखपाल श्यामसुंदर की गिरफ्तारी को गलत करार दिया और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
लेखपाल संघ ने आरोप लगाया कि कासिमाबाद के लेखपाल श्यामसुंदर को ग्राम पिपनार में पैमाइश के दौरान एंटी करप्शन टीम ने षड्यंत्र के तहत फंसाया। संघ का कहना है कि किसी व्यक्ति ने गलत तरीके से उनकी जेब में पैसा डाल दिया और टीम ने मिलीभगत करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया। संघ ने इसे द्वेषपूर्ण कार्रवाई बताते हुए कड़ी निंदा की। धरने में शामिल लेखपालों ने कहा कि एंटी करप्शन टीम की मनमानी से पूरे प्रदेश में लेखपालों में आक्रोश है। लेखपाल मंतोष सिंह ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं उनके कार्य करने की स्वतंत्रता में बाधा डालती हैं और भ्रष्टाचार विरोधी टीम की कार्यशैली की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करती हैं।धरने के अंत में लेखपाल संघ ने उपजिलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा, जिसमें दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई और मामले की न्यायपूर्ण जांच की मांग की गई। लेखपाल संघ ने चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। धरने में संदीप कुमार, विनय कुमार, अशोक राम, राहुल कुमार, तौकीर हसन, रूपेश कुमार, विजय कुमार, नितीश यादव, मृत्यंजय, अमित कुमार, ईश्वर कुमार सहित बड़ी संख्या में लेखपाल मौजूद रहे।
लेखपाल संघ की चेतावनी
लेखपाल संघ ने यह स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार विरोधी टीम की ऐसी कार्रवाइयों से न्याय व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगता है और यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया, तो व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।