
चाहे जितना लगाए जुर्माना हम करेंगे अपने मन से का
खिलाड़ियों के सपने को हकीकत में बदलने के लिए गाजीपुर में स्टेडियम का निर्माण चल रहा है। जिसे 2022 में ही पूरा कर लेना था लेकिन 2025 का मार्च महीना भी बीतने वाला है। लेकिन अभी तक यह निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। जिसके चलते खिलाड़ियों के सपने लगातार चकनाचूर हो रहे हैं इतना ही नहीं कार्य पूर्ण नहीं करने के चलते कार्यदायी संस्था पर दिसंबर 2023 से ₹1000 प्रतिदिन का जुर्माना भी लग रहा है। बावजूद इसके कार्य संस्था अपने कार्यों को लेकर गंभीर नहीं है।
गाजीपुर में खिलाड़ियों के भविष्य को ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार के द्वारा साल 2018 में करीब 6 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से स्टेडियम की नीव रखी गई थी। जिसे साल 2022 में पूरा कर लेना था। स्टेडियम की बात करें तो यह स्टेडियम खेलो इंडिया योजना के तहत खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए था । जो एक पैन इंडियन स्पोर्ट स्कॉलरशिप प्रोग्राम है जो सालाना सभी खेलों के 1000 सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को फंडिंग देता है। लेकिन गाजीपुर में इस स्टेडियम के अधूरे होने के कारण अभी तक यह योजना धरातल पर नहीं आ पाई है।
बता दे की इस स्टेडियम को साल 2022 में खेल विभाग को ट्रांसफर हो जाना चाहिए था जिससे भारत सरकार के खेलो इंडिया योजना के तहत खिलाड़ियों को कई तरह के खेल जिसमें क्रिकेट ,वॉलीबॉल, हैंडबॉल, बास्केटबॉल ,हॉकी ,फुटबॉल ,एथलेटिक्स इत्यादि के खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा मिलता। लेकिन पूरा होने की तो दूर बात तय समय से भी 3 साल अधिक हो जाने के बाद आज तक यह स्टेडियम पूर्ण रूप से अपने सभी मानकों पर पूरा नहीं हुआ। जिसके कारण आज तक या खेल विभाग को ट्रांसफर नहीं हो पाया है।
नवीन स्टेडियम को बनाने वाली कार्यवाही संस्था जिसे 2022 में स्टेडियम को पूर्ण कर लेना था। लेकिन जब दिसंबर 2023 तक यह पूर्ण नहीं हो पाया तब शासन के द्वारा कार्यवाही संस्था पर ₹1000 प्रतिदिन का जुर्माना लगाया गया । जो आज तक लगातार चल रहा है ,बता दे कि इसकी पूर्णता को लेकर जनवरी महीने में एक टीम जब स्टेडियम पहुंची तो उसमें बहुत सारे काम अधूरे पाए । जिसमें फील्ड के समतलीकरण के साथ ही ड्रिप सिंचाई ,वॉलीबॉल का कोर्ट और इत्यादि काम अभी पूरा नहीं हुए हैं।
जिला खेल अधिकारी अरविंद यादव ने बताया कि शासन के मंशा के अनुसार यह स्टेडियम 2022 में पूर्ण हो जाना चाहिए । लेकिन अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है इस स्टेडियम में बहुत सारे काम आज भी अधूरे हैं। और कार्यदाई संस्था को कई बार इसे पूर्ण करने का नोटिस भी दिया गया। लेकिन कार्यदाई संस्था ने अभी तक इसे पूर्ण नहीं किया है । वहीं उन्होंने यह भी बताया कि दिसंबर 2023 से ₹1000 प्रतिदिन का जुर्माना लगाया गया है । और यह जुर्माना उस दिन तक चलेगा जिस दिन कार्यदाई संस्था इसे पूर्ण कर कर खेल विभाग को हैंडोवर करेगा। तब उसे जुर्माने की राशि की गणना कर उससे वसूली करने के पश्चात ही इस खेल विभाग हैंडोवर लेगा ।